कानपूर (जनमत):- जिस नाटकीय ढंग से कानपुर के बिकरू काण्ड का मुख्य आरोपी और 5 लाख रूपये का ईनामी बदमाश एमपी में उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार हुआ था उसी नाटकीय ढंग से शुक्रवार की सुबह मोस्ट वांटेड अपराधी विकास दुबे को कानपुर में हुई एक मुठभेड़ में पुलिस ने उसे मार गिराया। उसकी दबिश में गए घायल एस आई गोला थाना क्षेत्र के बेलपार पाठक निवासी सुधाकर पांडे से शनिवार को उनके पैतृक निवास पर मुलाकात के दौरान जब पूछा कि आपको विकास दुबे के काउंटर से क्या महशुस हो रहा है ।
इस प्रश्न पर घायल पाण्डेय ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि बदमाशों का यही हश्र होता है।। लेकिन खुशी के साथ उनको दुःख भी था कि पुलिस बिभाग के दस लोगो को अपनी जान गवा देनी पड़ी।आगे उन्होंने कहा कि विकास दुबे जैसा अपराधी जिसने मौके पर हमारे आठ पुलिस विभाग के लोगो की निर्मम हत्या कर दी। जो अपराधी राज्य मंत्री जैसे की हत्या करके न्यायालय द्वारा जमानत लेकर खुलेआम घुम रहा था।जिसे तीन राज्यों की पुलिस 6 दिन तक पकड़ नहीं पाई ।
इससे यह मालूम होता है कि उसके पिछे किसी ना किसी का हाथ है चाहे वो खाकी हो या फिर खादी। चौबेपुर थाना लाइन हाजिर होने पर जब पूछा गया तो पांडे ने बताया की उसमें पूरे थाने को लाइन हाजिर कर दिया गया अब जहां भी भेजा जाएगा वहां पर ज्वाइन करेंगे हमें नौकरी करना है चाहे चौबेपुर हो या फिर पूरे प्रदेश में कोई भी थाना हो हमें जनता की सेवा करनी है। हमीरपुर में मारे गए अमर दुबे और उसके अन्य साथियों के बारे में सवाल किया गया तो पांडे ने बताया कि हर अपराधी का यही हाल होता है और ऐसा ही होना भी चाहिए।
Posted By:- Amitabh Chaubey