बहराइच (जनमत):- भारत नेपाल के सीमावर्ती जनपद बहराइच स्थित हिन्दू मुस्लिम एकता की प्रतीक विश्व प्रसिद्ध दरगाह हजऱत सैय्यद सालार मसूद ग़ाज़ी ( रह0) के 1018 वें 06 दिवसीय उर्स का आगाज़ आस्ताने आलिया पर 11 रजब 24 फरवरी दिन बुधवार को कुरान खुवानी ,खुद्दाम की दस्तार और रस्म परचम कुसाई से होगा उर्स ए रजब का मुख्य दिवस 14 रज्जब 27 फरवरी बरोज शनिवार है जिस दिन कुल शरीफ की तकरीब बाद नमाज़ फज्र से शुरू होगी जिसमें हजारों की संख्या में अक़ीदतमन्दाने ग़ाज़ी देश के विभिन्न प्रान्तों और प्रदेश के अलग अलग जनपदों से आयंगे.दरगाह प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष सैय्यद शमशाद अहमद एडवोकेट ने बताया कि 06 दिवसीय उर्स के दौरान कुरान ख्वानी, रस्म ए पगड़ी खुद्दाम, परचम कुसाई, गुल व चादर पोशी , आल इण्डिया नातिया मुशायरा , महफिले शमा, उल्मा की तकारीर व तबुर्कात की जियारत तकसीम ए लंगर वगैरा के प्रोग्राम होंगे और उर्स के आखिरी दिवस को हजऱत सुर्खरू सालार (रह0) की मजार पर कुल की महफ़िल होगी।
वार्ता के दौरान सैय्यद शमशाद अहमद एडवोकेट ने यह भी बताया कि 24 फरवरी से शुरू हो रहे 06 दिवसीय उर्स की तमाम तर तैयारियां अपने आखिरी पायदान पर हैं कैम्पस दरगाह शरीफ की साफ सफाई पानी रौशनी और मेहमानों के ठहरने के इन्तिजाम किये जा रहे हैं। साथ ही दुकानात वगैरा भी लगने का सिलसिला शुरू हो गया है। कोविड 19 को मद्दे नजर रखते हुवे सभी इन्तिजामात पर विशेष तौर से निगाह रख्खी जा रही है जिससे कि उर्स के सभी कार्यक्रम सैकड़ों वर्षों से चली आ रही परम्परानुसार बेहतर अन्दाज़ में निपट जाय और किसी भी जायरीन को कोई कष्ट ना उठाना पड़े भीड़ भाड़ को देखते हुवे खोया पाया केन्द्र की स्थापना की गई है । दरगाह शरीफ के अस्पताल में जरूरी दवाइयों की व्यवस्था के साथ ही सुरक्षा हेतु जिला पुलिस प्रशासन को पत्र भेजकर कार्यक्रम से अवगत करा दिया गया है खाकसारों की भी सेवांए ली जा रहीं हैं।
POSTED BY:- ANKUSHPAL…
REPORT- RIZWAN KHAN.