रामपुर (जनमत):- नाली के विवाद को लेकर हिस्ट्री सीटर की लाठी, डंडों और चाकू से गोद कर हत्या कर दी। हत्या का आरोप चाचा उसके साले और चचेरे भाइयों पर लगाते हुए मृतक के भाई ने पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। मृतक के खिलाफ कोतवाली में एक दर्जन से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। घटना रविवार रात 1 बजे कोतवाली क्षेत्र के खाता चिंतामन गांव में हुई। खाता चिंतामन गांव निवासी 35 वर्षीय विनोद कश्यप अविवाहित था। वह गांव से बाहर दक्षिण दिशा में मौजूद शमशान घाट के समीप दसवां संस्कार के लिए बने कमरे में सोता था। रविवार की रात 11:00 बजे उसका अपने चाचा आंगनलाल चचेरे भाई काकुल और कपिल से नाली के विवाद को लेकर मारपीट हो गई थी। ग्रामीणों ने हो रहे झगड़े का बीच बचाव कराया था। इसके बाद वह दसवां संस्कार के लिए बने कमरे में अपने चचेरे भाई जय सिंह के साथ जाकर सो गया। आरोप है कि रात के 1:00 बजे उसका चाचा आंगनलाल, अपने पुत्र काकुल, कपिल और साले पप्पू के साथ दशमा संस्कार के कमरे पर पहुंचा।
धारदार हथियार, लाठी डंडे और चाकुओं से विनोद पर हमला कर दिया। उसकी चीख पुकार सुन बचाने आए चचेरे भाई जय सिंह को भी धारदार हथियारों से हमला कर घायल कर दिया। किसी तरह हत्यारों के चंगुल से जान बचाकर जय सिंह वहां से घर की ओर भाग गया। घर पहुंच कर उसने स्वजनों को जानकारी दी। जानकारी पाकर स्वजन घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। उनके पहुंचने से पूर्व ही विनोद की हत्या कर चारों वहां से फरार हो गए। स्वजनों ने फोन कर पुलिस को घटना की जानकारी दी। रात के सबा बजे कोतवाल अनुपम शर्मा पुलिस कर्मियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्वजनों से हत्या के विषय में जानकारी ली। मृतक के भाई पंकज ने पुलिस को बताया कि रविवार की सुबह 11:00 बजे खड़ंजे की नाली को खोदने को लेकर उसके मृतक भाई विनोद का चाचा और चचेरे भाइयों से विवाद हो गया था। विवाद इतना बढ़ गया था कि मारपीट हो गई थी। ग्रामीणों ने बीच बचाव करके मामले को शांत कर दिया था।
लेकिन रात के 11:00 बजे एक बार फिर नाली के पानी को लेकर चाचा और चचेरे भाइयों के साथ चाचा का किरा निवासी साला पप्पू ने मृतक भाई विनोद और स्वजनों के साथ मारपीट करना शुरू कर दी। चीख पुकार सुनकर आए ग्रामीणों ने किसी तरह एक बार फिर से समझा बुझाकर मामले को शांत कराया। इसके बाद उसका मृतक भाई विनोद अपने चचेरे भाई जय सिंह के साथ शमशान घाट के समीप बने दसवां संस्कार के कमरे में जाकर सो गया। रात को 1:00 बजे चाचा, चचेरे भाई और चाचा का साला पप्पू अपने हाथों में लोहे की सरिया, लाठी डंडे और चाकू लेकर वहां पहुंचे। उन्होंने दोनों पर हमला कर दिया। चचेरा भाई जय सिंह को बुरी तरह घायल कर दिया। भाई विनोद की हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।
Reported By:- Abhishek Sharma
Posted By:- Amitabh Chaubey