हरदोई (जनमत):- उत्तर प्रदेश के जनपद हरदोई के सुरसा थाना इलाके में घायल अवस्था में मिली आशा बहू की मौत के मामले में मृतका के परिजनों ने आशा बहू के पति व अन्य पर रुपयों के लालच में हत्या करने का आरोप लगाया है। परिजनों का आरोप है कि एक अस्पताल में आशा बहू ने अपनी अन्य आशा कार्यकत्रियों के साथ मिलकर 7 लाख रुपया लगाया था और उसी रुपए के लालच में उसकी हत्या कर दी गई है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले में जांच की बात कह रही है। दरअसल सुरसा थाना क्षेत्र के पचकोहरा में घायलावस्था में संदिग्ध हालात में मिली आशा कार्यकर्ता की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। सांडी थाना क्षेत्र के ग्राम मुरौली ग्वाल की नन्ही पत्नी सोनू आशा कार्यकर्ता थी।
(मृतक आशा बहू)
29 दिसंबर को स्कूटी से नन्ही अपनी ससुराल से हरदोई आ रही थी। पचकोहरा में संदिग्ध हालात में घायलावस्था में पड़ी मिली थी। सूचना पर पहुंचे स्वजन ने उनको लखनऊ में भर्ती कराया जहाँ पर डॉक्टर ने जबाव दे दिया और जिला अस्पताल में मौत हो गई थी। एएसपी के पास पहुंचे परिजनों व आशाकार्यकत्रियों ने एक शिकायती पत्र एएसपी को दिया।इसमे आरोप लगा है कि नन्ही देवी आशा कार्यकत्री के पद पर तैनात थी और सोनू कुमार निवासी ग्राम ताजीपुर गौसा थाना औरास उन्नाव के साथ लिव इन में रहती थी।मौजूदा समय मे नन्ही शहर के मोहल्ला चीलपुरवा में किराए के मकान में रहती थी जहां सोनू भी रहता था।आरोप है कि सोनू ने बाद में सुरसा थाना इलाके में एक अन्य महिला से गुपचुप तरीके से विवाह कर लिया था।
जिसकी जानकारी मिलने पर जब नन्ही ने विरोध किया तो उसने नन्ही से आर्य समाज मन्दिर में शादी की थी और कुछ दिन साथ रहकर उसको छोड़कर चला गया। आरोप है कि सोनू ने ही उसको मरणासन्न करके सड़क किनारे स्कूटी सहित डाल दिया ताकि मामला हादसे जैसा लगे।यहां आरोप है कि मृतका ने एक स्टार हॉस्पिटल में भी आशा कार्यकत्रियों के सहयोग से करीब 7 लाख रुपया लगाया था।आरोप है कि रुपये के लालच में पति व अन्य ने हत्या की घटना को अंजाम दिया है।फिलहाल पुलिस मामले में जांच और कार्यवाई की बात कह रही है।