गोरखपुर (जनमत ) :- उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में पिछले 20 दिनों से जिले में कोविड के प्रतिदिन आ रहे 15 से 20 मामलों को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में कोविड नियमों के प्रति लोग एहतियात बरतने लगे हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष कुमार दूबे खुद कार्यालय में पूरे समय मास्क लगाकर रखते हैं और जब फील्ड में होते हैं तो मास्क अच्छी तरह से लगा होता है | उनका कहना है कि सार्वजनिक स्थानों पर कार्य करने वालों और जाने वालों को कोविड नियमों के प्रति सख्त होना होगा ।
सीएमओ ने कहा कि कोविड से निपटने के लिए जिला पूरी तरह से तैयार है, लेकिन हमारा प्रयास होना चाहिए कि इस बीमारी का प्रसार ही न होने पाए | कोविड से इलाज के बाद लोग ठीक तो हो जा रहे हैं लेकिन उन्हें इलाज के दौरान एकांतवास की पीड़ा झेलनी पड़ती है। भेदभाव का शिकार होना पड़ता है। अगर इस स्थिति से बचना है तो जब भी बाहर जाएं मास्क लगाएं। समय पर हाथों को साबुन – पानी और सेनेटाइजर से साफ करते रहें ।एक दूसरे से समुचित दूरी का ध्यान रखें। ज्यादा भीड़भाड़ वाली जगहों पर न जाएं और खासतौर पर ऐसी दुकानों पर जाकर कुछ भी न खाएं जहाँ बहुत ज्यादा भीड़ हो। कम भीड़भाड़ वाली दुकानों से सामान खरीदें या दुकान पर भीड़ कम होने के बाद ही जाएं।
डॉ दूबे ने बताया कि वर्तमान स्थितियों को देखते हुए निगरानी समितियों और रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) को सक्रिय कर दिया गया है। आशा कार्यकर्ताओं को 10-10 कोविड किट दिये गये हैं ताकि जो भी लाक्षणिक मरीज मिलते हैं उन्हें दवा दें और उनकी जांच कराएं । 24 घंटे कोविड टेस्ट के लिए रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट और संक्रामक रोग चिकित्सालय में व्यवस्था की गयी है। जिले में 45 जगहों पर कोविड टेस्ट किया जा रहा है । निजी क्षेत्र में 11 स्थानों पर कोविड जांच हो रही है। लोगों को टीकाकरण के फायदे बताये जा रहे हैं । यह समझाया जा रहा है कि कोविड की पहली और दूसरी लहर में जब टीकाकरण नहीं हुआ था तो ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ा था,लेकिन शत प्रतिशत टीकाकरण हो जाने के बाद तीसरी लहर में हमने जीवन नहीं गंवाए। जो लोग टीकाकरण के जिस खुराक के पात्र हैं, वह डोज अवश्य ले लें।
सीएमओ ने बताया कि 1500 बेड सरकारी और इतने ही बेड निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए तैयार हैं। करीब 400 वेंटीलेटर हैं, 500 एचएफएनसी हैं और करीब 600 बाईपैप मशीनें उपलब्ध हैं। करीब 17 ऑक्सीजन प्लांट लगे हैं और 900 ऑक्सीजन कंसंटेटर की सुविधा उपलब्ध है। सभी आवश्यक औषधियां हर चिकित्सालयों में उपलब्ध हैं। फ्रंटलाइन वर्कर को समय-समय पर ट्रेनिंग दी गयी है | सीएमओ ने बताया कि जिले में कोविड के 123 सक्रिय मामले हैं जिन पर नजर रखी जा रही है। बीमारी से किसी प्रकार की मौत इन दिनों रिपोर्ट नहीं हुई है। किसी को अस्पताल में भर्ती करने की भी आवश्यकता नहीं पड़ी है। लोग होम आइसोलेशन में ठीक हो रहे हैं, फिर भी कोविड को गंभीरता से लेना होगा और नियमों के प्रति सख्ती रखनी होगी।
Reported By – Ajeet Singh
Published By – Vishal Mishra