अलीगढ़ (जनमत):- सूबे के मुख्यमंत्री बुलडोजर बाबा योगी आदित्यनाथ के निर्देश और इशारों पर मदरसों के खिलाफ हो रही कार्रवाई को लेकर पूर्व सपा विधायक जमीरउल्ला खान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व उत्तर प्रदेश शासन समेत जिला प्रशासन को ललकारते हुए सख्त लहजे में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा अगर सरकार और शासन में मदरसों पर कार्यवाही की गई। तो इसके बाद मुसलमानों का कोई घर ऐसा नहीं बचने वाला जिस मुसलमान के घर के अंदर मदरसा नहीं होगा। मदरसों पर कार्रवाई करने वाले ये सभी लोग देखते के देखते ही रह जाएंगे। इसके बाद घर घर के अंदर मदरसे ही मदरसे होंगे ओर अगर इन्होंने मदरसों लेकर मुसलमानों को ज्यादा “उंगली” करने की कोशिश की गई तो उसके बाद मुसलमानों के द्वारा अपने बच्चों को और ज्यादा कुरान की तालीम जाएगी।
उत्तर प्रदेश सहित पूरे प्रदेश में सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर गैर तरीके से चलाए जा रहे मदरसों को लेकर सख्त कार्यवाही की जा रही है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में मदरसों पर हो रही कार्यवाही को लेकर समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक जमीर उल्लाह खान के द्वारा बड़ा बयान देते हुए मुख्यमंत्री उनके शासन को ललकारा गया है। जमीर उल्लाह खान ने मदरसों पर हो रही कार्रवाई को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बुलडोजर बाबा योगी आदित्यनाथ सहित उनके शासन प्रशासन को बड़ी चेतावनी देते हुए पूर्व सपा विधायक प्रदेश भर में चल रही मदरसों पर कार्यवाही को लेकर कहा है कि अगर उत्तर प्रदेश सरकार और शासन के द्वारा मदरसों पर जांच के दौरान कार्यवाही की गई। तो उसके बाद हर घर के अंदर मदरसा खोला जाएगा।
इसके साथ ही जमीर उल्लाह खान ने कहा कि मदरसों की दीवारों को तोड़ने से इस्लाम को खतरा नहीं है बल्कि इस्लाम तो मदरसों की दीवारों तोड़े जाने से और मजबूती के साथ खड़ा हो रहा है। इसके साथ ही उन्होंने कहां की ये मदरसे 100 क्या 1000 मदरसे भी इनकी जाँच रिपोर्ट में अवैध घोषित होंगे। ऐसे में अगर इन लोगों ने और ज्यादा मदरसों पर पाबंदी लगाने की कोशिश की गई। तो इसके बाद कोई एक घर ऐसा नहीं बचेगा जिस घर के अंदर मदरसा नहीं होगा? इस कार्रवाई के बाद हर घर के अंदर मदरसे ही मदरसे होंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जितना अच्छा काम मुसलमानों के लिए किया हैं। उतना काम तो वर्षों से उनकी मस्जिदों में बैठे मौलवी भी नहीं कर पाए।
भाजपा के द्वारा मुसलमानों के लिए किए गए कार्यों के बाद शिया-सुन्नीयों के बीच में होने वाले लड़ाई झगड़े बंद हो गए और भारतीय जनता पार्टी की दुआ के चलते दोनों लोग अब एक हो गए हैं। जो काम भाजपा ने किया है। साथ ही कहा क्योंकि कभी-कभी बुराइयों के बीच अच्छाई भी छुपी होती है। लेकिन मदरसों पर हो रही कार्रवाई को लेकर कहा कि ये मदरसों पर हो रही कार्रवाई इन लोगों की तखलीक नहीं ये हमारे कुछ हिंदूवादी भाईयो को खुश करना चाह रहे हैं। अगर सनातन धर्म के लोगों ने हिंदूवादी सरकार से नौकरी और बेरोजगारी को लेकर कुछ पूछ लिया तो इन मुद्दों को लेकर भाजपा के द्वारा मदरसों पर कार्रवाई कर मुद्दों से भटकाया जा रहा है। आखिर मदरसों पर कार्रवाई की जा रही है क्या? कोई उनके मदरसों के अंदर हिंदू धर्म के लोग कुरान पढ़ने जा रहे हैं जो कार्रवाई की जा रही है। मदरसों पर कार्रवाई कर सनातन धर्म के लोगों को इस सरकार के द्वारा बेवकूफ बनाया जा रहा है। क्योंकि हिंदू धर्म को लेकर ही सरकार बनाई गई थी हिंदुत्व को ये अहसास हो गया कि इन लोगों के द्वारा उनका बेवकूफ बनाया जा रहा है तो इसके बाद यह लोग अलीगढ़ शहर क्या परदेस ओर केंद्र में भी नहीं रह पाएंगे।
आपको बता दें , कि जिले में करीब 125 मदरसे संचालित हैं। जिनमें 4 सरकारी एवं 121 अन्य मान्यता प्राप्त निजी मदरसे शामिल हैं। निरीक्षण कर जाँच की गई तो सर्वे में 103 मदरसे अवैध रूप से संचालित पाए गए। इनमें सबसे ज्यादा 50 अवैध मदरसे तहसील कोल के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में मिले। जबकि यूपी मदरसा बोर्ड से बिना पंजीकरण के 103 मदरसे अवैध रूप से संचालित मदरसों पर हुई कार्रवाई के दौरान सर्वे टीम को पता चला कि अवैध रूप से संचालित इनमें कुछ ऐसे अनाधिकृत मदरसे भी हैं जो कि यूपी के आगरा स्थित चिट्स-फंडस सोसाइटी से पंजीकृत हैं।आपको बताते चलें कि सूबे की योगी सरकार के द्वारा उत्तर प्रदेश के अंदर अनाधिकृत रूप से चलाए जा रहे गैर मान्यता प्राप्त मदरसों को लेकर जाँच टीमों को मौके पर भेजकर सर्वे कराया जा रहा हैं।
इसी कड़ी में अलीगढ़ जिले में भी जांच टीमों के द्वारा अवैध रूप से संचालित मदरसों का मौके पर पहुँच निरीक्षण कर जाँच की गई। सर्वे में 103 मदरसे अवैध रूप से संचालित पाए गए। तो वहीं जाँच करने पर पता चला कि 103 मदरसों में एक भी मदरसे की यूपी मदरसा बोर्ड से मान्यता नहीं है। यूपी बोर्ड से एक भी मदरसे की मान्यता नहीं होने के चलते सभी 103 गैर रूप से संचालित मदरसों के सर्वे रिपोर्ट जिला स्तर से उत्तर प्रदेश शासन को सौंपी गई। मदरसों के तैयार की गई सर्वे रिपोर्ट में सबसे ज्यादा 50 अवैध मदरसे तहसील कोल के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में मिले हैं। बताला दें कि मौके पर संसाधन ओर व्यवस्थाएं पूरी तरह से चाक-चौबंद पाई थी।वहीं प्रदेश मदरसा बोर्ड के तहत जिले में 125 मदरसे संचालित हैं। जिनमे 4 सरकारी एवं अन्य मान्यता प्राप्त निजी मदरसे शामिल हैं। मदरसों में करीब 10 हजार से ज्यादा छात्र शिक्षा ग्रहण करते हैं। जबकि अल्पसंख्यक कल्याण विभाग इन मदरसों पर अपनी निगरानी करता है।
जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश शासन के द्वारा पूरे प्रदेश के अंदर संचालित मदरसों को लेकर जांच टीमों को यूपी के प्रत्येक जिले में भेज कर सर्वे टीमों के द्वारा अवैध रूप से संचालित मदरसों की जांच कराई जा रही है। जिसके बाद सर्वे रिपोर्ट के आधार पर उत्तर प्रदेश में अवैध रूप से संचालित पाए जाने पर मदरसा संचालकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड के तहत अलीगढ़ जिले में करीब 125 मदरसे संचालित हैं।जिनमें 4 सरकारी एवं 121 अन्य मान्यता प्राप्त निजी मदरसे शामिल हैं। जबकि सर्वे टीम के द्वारा मौके पर की गई जांच के दौरान सभी मदरसों में करीब 10 हजार से छात्र शिक्षा ग्रहण करते हैं। जबकि अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को जिले में संचालित सभी मदरसों की निगरानी करता है।
उत्तर प्रदेश शासन ने पूरे प्रदेश में अवैध मदरसों की जाँच के लिए सर्वे टीम को निर्देश दिए थे।जिसके बाद से ही जिले में अवैध मदरसों का तहसील स्तर पर सर्वे किया गया हैं। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर करीब 1 महीने से चल रहे सर्वे के दौरान टीमों ने मौके पर पहुँचकर मदरसों का निरीक्षण किया गया तो वही अवैध मदरसों को चिन्हित करने का काम भी किया गया। इस दौरान उत्तर प्रदेश मदरसा बोर्ड से बिना पंजीकरण के 103 मदरसे अवैध रूप से संचालित मिलने की जानकारी मौके पर पहुंची सर्वे टीम को मिली साथ ही जानकारी करने पर पता चला कि अवैध रूप से संचालित इनमें कुछ ऐसे अनाधिकृत मदरसे भी हैं जो कि यूपी के आगरा स्थित चिट्स-फंडस सोसाइटी से पंजीकृत हैं।जबकि सबसे ज्यादा 50 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त अवैध तरीके से तहसील कोल इलाके में चलते हुए मिले हैं। मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में 50 से ज्यादा मदद से अवैध रूप से संचालित पाए जाने पर अब अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की तरफ से इन सभी अवैध मदरसों की रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपते हुए उत्तर प्रदेश शासन को भेजी गई।
डीएम इंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि शासन के निर्देश पर अलीगढ़ जिले में अवैध तरीके से संचालित हो रहे मदरसों को लेकर शासन की तरफ से सर्वे टीम को मौके पर भेजकर मदरसों की जाँच कराई जा रही है। जबकि अलीगढ़ जिले में 103 मदरसे अवैध रूप से संचालित होते हुए पाए गए हैं। 100 मदरसे अवैध रूप से संचालित पाई गई मदरसों की रिपोर्ट उनके स्तर से उत्तर प्रदेश शासन को जल्द प्रेषित की गई। शासन स्तर से ही अवैध रूप से संचालित किए जा रहे मदरसों पर रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई किए जाने को लेकर अंतिम फैसला लिया। उत्तर प्रदेश शासन की तरफ से दिए जाने वाले दिशा निर्देश के बाद अवैध रूप से संचालित मदरसों पर उनके द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Reported By :- Ajay Kumar
Published by :- Vishal Mishra