अमेठी (जनमत):- यूपी के जिले अमेठी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में नामांकन प्रक्रिया खत्म के होने साथ ही पंचायत प्रतिनिधित्व के चाहवानों की बाढ़ सी आ गई है। हर कोई इस चुनावी रण में दो-दो हाथ करने को आतुर हैं। हर उम्मीदवार अपने आप को शिक्षित, कर्मठ व योग्य उम्मीदवार कह कर जनता से वोट लेकर चुनावों में जीत पाना चाहते हैं। जानकारों की माने तो पंचायत चुनावों में कई मुद्दे अपने चरम पर होते हैं। जिनके आधार पर पंचायत चुनाव के हार जीत के समीकरण तैयार होते हैं, किंतु पंचायत स्तर का जो असल मुद्दा स्थानीय विकास का है।
वास्तविकता यह है कि अगर हम वर्तमान में ग्राम स्तर को सुधार नहीं सकते तो हम एक श्रेष्ठ भारत की कल्पना भी नहीं कर सकते है, जबकि ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि अगर असल में गांवों में बदलाव लाने की इच्छाशक्ति रखते हों तो ग्राम स्तर का चहुमुखी विकास हो सकता है क्योंकि ग्राम स्तर में असल बदलाव लाने कि शक्ति अगर किसी के पास है तो वह पंचायतें हैं, जो गांवों का सर्वत्र विकास करने में अपनी अहम भूमिका निभा सकती हैं।