गोरखपुर (जनमत):- मुख्यमंत्री योगी के शहर गोरखपुर में कुरान की 26 आयत निकालने व खलीफा के शान शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी द्वारा किए गए तौहीन को लेकर मुस्लिम समुदाय में काफी आक्रोश है।आक्रोशित मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गोरखपुर के जिला अधिकारी के विजेंद्र पांडियन के माध्यम राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपकर वसीम रिजवी की गिरफ्तारी और फांसी की सजा की मांग की। आप को बता दें कि कुरआन मुसलमानों का पवित्र धर्म ग्रंथ है, और मुसलमान का पूरा ईमान इसी पर टिका हुआ है। कुरान शरीफ सुन्नी समुदाय के पैगम्बर मोहम्मद साहब पर उतारी गई थी ।और उसी कुरान शरीफ के नक्शे कदम पर पूरे मुसलमान का ही मान टिका हुआ है। कुरान शरीफ के बताए हुए नक्शे कदम पर चलते भी हैं।
और कुरान शरीफ में कभी भी संशोधन नहीं किया जा सकता लेकिन कुरान शरीफ की आयत और,इस्लाम का परचम लहराने वाले खलीफा के बारे में शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने कमेन्ट कर देश व मुस्लिम समाज में नफरत फैलाने का काम किया है । रिजवी ने 11 मार्च 26 को सुप्रीम कोर्ट एक जनहित याचिका दाखिल की है। जिसमें उसने कुरआन – ए – पाक की 26 आयतों को कुरआन से निकालने की मांग को लेकर याचिका दाखिल करने के बाद उसने मीडिया के समक्ष बयान देते हुए कहा कि, कुरआन की 26 आयतें पहले खलीफा हजरत अबू बक्र दूसरे खलीफा हजरत उमर व तीसरे खली हजरत उस्मान ने बाद में जोड़ी हैं। जो आतंकवाद को बढ़ावा देती हैं। वसीम रिजवी उक्त बयान सोश मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है । वसीम रिजवी के इस गैर जिम्मेदाराना कृत्य से करोड़ों मुसलमानों की भावना आहत हुई हैं । उनके बयान से मुसलमानों की आस्था को ठेस पहुंची है ।
मुसलमानों में आक्रोश है । इससे पहले भी कई बार वसीम रिजवी मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचा चुके हैं । जिसको लेकर हिंदू मुस्लिम एकता कमेटी के संरक्षक शाकिर अली सलमानी के नेतृत्व में दर्जनों मुस्लिम समुदाय के लोगों ने गोरखपुर के जिला अधिकारी कार्यालय को और जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन सौंपकर मांग किया कि शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर उनकी गिरफ्तारी की जाए और उन्हें फांसी की सजा दी जाए। अतः आपसे हमारी मांग है कि वसीम रिजवी के खिलाफ मुकदमा पंजीत कर गिरफ्तार किया जा सख्त सजा दी जाए । जिससे देश में सौहार्द का माहौल बना रहे। भारतीय संविधान व कानून में हमारी पूरी आस्था है कि इंसाफ मिलेगा।