कानपुर(जनमत ) :- केसर पान मसाला के मालिकों ने करीब 70 करोड़ की प्रॉपर्टी खरीदी है। ये संपत्ति पांच सालों में मुंबई और बैंगलुरू में खरीदी गई थी। आयकर विभाग की छानबीन में उनके ठिकानों से मिले दस्तावेजों के आधार पर इसका खुलासा हुआ है। विभाग की कार्रवाई गुरुवार को भी जारी रही। देर रात तक जांच चलती रही। जानकारी के मुताबिक नयागंज स्थित कार्यालय और मॉडल टाउन स्थित प्रतिष्ठान में जांच बंद कर दी गई है, जबकि तीन बाकी जगहों पर अभी जांच चल रही है।
केसर पान मसाला के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान आयकर विभाग को कई अद्योषित संपत्तियों की खरीद का मामला सामने आया है। विभाग के अफसर इनसे जुड़ी जानकारी जुटा रहे हैं। आय के श्रोत के जरिए इन्हें खरीदा गया है। इसमें फ्लैट और भूखंड शामिल हैं। दो स्थानों पर जांच बंद कर दी गई है। इसके साथ ही फॉरेसिंक जांच भी शुरू हो गई है |बता दें कि बुधवार को रियल इस्टेट कंपनी एंबेसी में काला धन खपाने के मामले में मिले इनपुट के आधार पर आयकर विभाग की टीमों ने केसर और दिलबाग पान मसाला के ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की थी।
केसर पान मसाला के मालिक हरीश मखीजा के स्वरूप नगर, मॉडल टाउन और पांडु नगर स्थित आवास, नयांगज स्थित कार्यालय और ट्रांसपोर्ट नगर स्थित फैक्ट्री समेत पांच जगहों पर छापा मारा गया था।हरीश मखीजा और इनके परिजनों से 75 से ज्यादा सवालों की सूची तैयार कर पूछताछ की गई। पूछताछ और छानबीन में मुंबई और बैंगलुरू में कई प्रॉपर्टी के दस्तावेज हाथ लगे। इसके बाद इनकी खरीद प्रक्रिया पर पूछताछ की गई। इन प्रॉपटी खरीद में रियल इस्टेट कंपनी से लिंक है या नहीं, इस पर भी पूछताछ की गई।
दरअसल, कुछ समय पहले रियल इस्टेट कंपनी एंबेसी के बैंगलुरू स्थित प्रोजेक्टों पर कार्रवाई की गई थी। इसके बाद वहां मिले इनपुट के आधार पर केसर के साथ ही दिलबाग पान मसाला के मालिक दिलबाग राय के दिल्ली, आगरा स्थित प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की गई थी। सूत्रों ने बताया कि जांच-पड़ताल में बड़े पैमाने पर कर चोरी के अलावा रुपए डायवर्ट करने के सुबूत मिले हैं। फॉरेंसिक टीमों ने भी जांच शुरू कर दी है।
Posted By- Vishal Mishra