लखनऊ (जनमत) :- यूपी की राजधानी लखनऊ में जहाँ इतिहास में पहली बार इन्टरनेट सेवा को हिंसा के बाद बंद करना पड़ा वहीँ इस हिंसा में एक वकील की मौत हो गई थी। आज वीडियोग्राफी में उसके शव का पोस्टमार्टम किया गया जाएगा। इसके अलावा संभल हिंसा में समाजवादी पार्टी के सांसद बर्क और सपा जिलाध्यक्ष समेत 17 पर केस दर्ज किया गया है।
वहीं, पूरे उत्तर प्रदेश में धारा 144 लागू है। जबकि गाजियाबाद, लखनऊ, मुजफ्फरनगर, बरेली, आजमगढ़ समेत कई जिलों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। यूपी में निषेधज्ञा तोड़कर 102 स्थानों पर प्रदर्शन के बाद 3305 लोगों को हिरासत में लिया गया है। सीएम योगी ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि उपद्रवियों की सम्पत्ति नुकसान की भरपाई करेंगे। इसी बीच बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और संभल में प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा पर सपा और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि किसी भी विरोध प्रदर्शन या धरने में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने हमेशा नागरिकता संशोधन विधेयक Citizenship Amendment Act का विरोध किया है, हम शुरू से ही इसका विरोध करते रहे हैं, लेकिन अन्य पार्टियों की तरह हम सार्वजनिक संपत्ति और हिंसा को नष्ट करने में विश्वास नहीं करते हैं।मायावती ने कहा कि मैं अपनी पार्टी के लोगों से अपील करती हूं कि इस समय में देश में व्याप्त इमर्जेंसी के दौरान सड़कों पर न उतरें, इसकी जगह विरोध के दूसरे तरीकों को अपना जाएं। आपको बता दे जहाँ लखनऊ में हुई हिंसा के दौरान सरकारी सम्पत्ति को नुक्सान पहुचाया गया वहीँ इसमें कोई लोगो को चोटें भी आयी है, हलांकि फिलहाल स्थिति काबू में होने की बात ज़रूर कही जा रही है.
Posted By :- Ankush Pal