लखनऊ (जनमत) :- उत्तर प्रदेश में राज्यसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल से जयंत चौधरी राज्यसभा के संयुक्त प्रत्याशी होंगे। सपा और रालोद में इसको लेकर सहमति बन गई है।पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के घर पर प्रमुख नेताओं की बैठक हुई। बैठक के बाद एलान किया गया कि गठबंधन की तरफ से जयंत चौधरी राज्यसभा के प्रत्याशी होंगे। वहीं, सूत्रों का कहना है कि डिंपल यादव आजमगढ़ से उप चुनाव लड़ सकती है। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील, पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस के तेजतर्रार नेता रहे कपिल सिब्बल अब सपा के समर्थन से राज्यसभा जाएंगे। बुधवार को उन्होंने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया।
राज्यसभा में उत्तर प्रदेश कोटे की 31 में से 11 सदस्यों का कार्यकाल 4 जुलाई 2022 को समाप्त हो रहा है। इन सीटों पर हो रहे चुनाव के लिए बुधवार को नामांकन के दूसरे दिन कपिल सिब्बल ने नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर सपा महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पार्टी विधायक और सिब्बल के परिवार के सदस्य मौजूद थे। बाद में राज्यसभा के पूर्व सदस्य और संभल के जावेद अली ने सपा उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया।सिब्बल ने राज्यसभा चुनाव में सपा के समर्थन के लिए अखिलेश यादव का आभार जताते हुए कहा कि वह राज्यसभा में यूपी की आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने बताया कि वह 16 मई को ही कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं।बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने विधानसभा में मीडियाकर्मियों से कहा कि वर्ष 2016 में बसपा सुप्रीमो मायावती ने कपिल सिब्बल का समर्थन किया था। मायावती के कहने पर बसपा विधायकों ने भी सिब्बल को मत दिए थे। उन्होंने कहा कि इस बार सपा के पास पर्याप्त मत है।
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