मथुरा (जनमत):- मंगलवार को कस्बा मांट में जाबरा रोड पर श्री बृज आदर्श इंटर कोलेजे के खैल मैदान में राष्ट्रीय लोकदल द्वारा केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि बिल के विरोध में महापंचायत का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवम मथुरा के पूर्व सांसद जयंत चौधरी पहुंचे। जहां पर जनसभा को सबोधित करते हुए कहा कि किसान हित के नाम पर केंद्र सरकार किसानों के साथ छलावा कर रही है और नये कृषि बिल से किसानों को कोई फायदा नहीं है,जबकि केंद्र सरकार जब से आई है मंहगाई के अलावा कुछ नहीं बढ़ा है,युवा बेरोजगार घूम रहे है और किसान खून के आंसू रो रहा है,क्योंकि खेती इस समय घाटे का सौदा साबित हो रही है जबकि सरकार एमएसपी लागू नहीं कर रही है|
किसानों की फसलों को मिट्टी के भाव खरीदा जा रहा है।वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ‘किसान आंदोलनजीवी नहीं हैं। हम राजनीतिक रोटियां नहीं सेक रहे।’ परिस्थितियां ऐसी बन चुकी हैं कि सारी बातें भूलकर एक हो जाएं। सरकार की ठोकर के कारण एक होने का मौका मिला है। विदाई समारोह में आंसू बहाने वाले प्रधानमंत्री किसान की बात करने पर ठहाका लगाकर उन्हें आंदोलनजीवी बताते हैं। पहले किसान आंदोलन वोट क्लब पर होते थे। अब तो दिल्ली में भी नहीं घुस सकते। चौ. चरण सिंह की जयंती पर किसान घाट जाने से रोका गया। रालोद के बृज प्रान्त अध्यक्ष चौधरी बदन सिंह ने कहा कि जल्द ही परिवर्तन की लहर आने वाली है और किसानों की सरकार आएगी,जिसके लिए सभी किसानो को एक होना होगा। केंद्र सरकार को धरना प्रदर्शन में शहीद हुए किसानों के परिवारों को मुआवजा दिलाने की बात कही।
रालोद नेता योगेश नौहवार ने कहा कि रालोद पार्टी किसानों की हितैषी है और हमेशा किसानों की सुनने वाली है,इसके साथ कृषि कानून चंद घरानों को फायदा पहुंचाने वाला बताया,जबकि किसानी की मुख्यधारा में शामिल किसानों को इस कानून से फायदा नहीं, सिर्फ नुकसान है।महापंचायत में सैकड़ो गांवो से हज़ारों किसान जनसभा में शामिल हुए।