गूंगे – बहरे भाइयों पर खाकी का सितम

CRIME UP Special News

लखनऊ (जनमत):-  कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के पुलिस ने लखनऊ, उत्तर प्रदेश समेत पूरे देश में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज भी पुलिस कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए दिन – रात मोर्चा संभाले हुए है। इसी दौर में कुछेक घटनाएं ऐसी हो जाती है जो पुलिस की सकारात्मक छवि को नकारात्मक में बदल देती है। आप जो तस्वीरें देख रहे है पुलिस की इसी नकारात्मकता का नतीजा है। आप सुनकर और भी हैरान हो जायेंगे जब आपको पता लगेगा कि पुलिस ने जिस युवको पर जुल्मों – सितम की सारी हदें पार कर दी वह न तो बोल सकते है और न ही सुन सकते है। दोनों ही युवक मूक बधिर है और शरीर के जिस हिस्से पर पुलिस ने इन्हे गहरे जख्म दिए वह निशान पुलिस की बर्बरता को बताने और दिखाने के लिए काफी है।

खाकी की करतूत का मामला कही और नहीं बल्कि प्रदेश की राजधानी लखनऊ का है। यहां के ग्रामीण कोतवाली मलिहाबाद इलाके में दबंगो द्वारा एक गरीब के खेत को कब्ज़ा करने की कोशिश की गई। गरीब ने विरोध किया तो गांव के सामंतवादी दबंगो ने गरीब परिवार के दो सगे भाइयों को रास्ते में गाड़ी टकराने का बहाना बनाकर घेर लिए और उनकी जमकर पिटाई कर दी। गरीब के परिवार में एक 12 साल की बच्ची है। उसी के जन्मदिन की तैयारी के लिए दोनों सगे भाई गांव से बाहर रिश्तेदार को बुलाने जा रहे थे तभी घात लगाए दबंगो ने इनकी जमकर पिटाई कर दी। सगे भाइयो की पिटाई के बाद भी दबंगो के कलेजे को ठंडक नहीं पहुंची और बाद में पीड़ितों के घर पर भी हमला बोल दिया। यहाँ महिला, बच्ची और घर में मौजूद रिश्तेदार समेत जो भी मिला उनकी दबंगो ने जमकर पिटाई की।

घर के दरवाजे तोड़े और महिलाओं से भी अभद्रता की। आरोप है कि जी भर पिटाई करने के बाद आरोपियों ने पुलिस से मिलीभगत कर दोनों मूक बधिर सगे भाइयों को घर से उठवा लिया और फिर कोतवाली में सारी रात पुलिस वालों ने इन भाइयों पर जो सितम ढाये है वह इनके शरीर पर पड़े जख्मो के निशान पुलिस की बर्बरता की कहानी को बताने के लिए काफी है। इससे पहले पुलिस वालों ने भी घर में काफी उत्पात मचाया और महिलाओं से भी काफी अभद्रता की। जब दबंगो से पीड़ित गरीब परिवार को पुलिस की मदद की जरूरत थी तो ऐसे में पुलिस ने आरोपियों से साठगांठ कर कानून की सारी थर्ड डिग्री को इन्ही बेकसूरों पर इस्तेमाल कर दिया। अब गरीब परिवार पूरी तरह से टूट चुका है ऐसे में परिवार के पुरुष मुखिया ने सल्फास खाकर जान देने की बात की बात करने लगे है।

Posted By:- Amitabh Chaubey