लखनऊ (जनमत):- कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि योगी सरकार के यूपी में कोविड कंट्रोल के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा को यहां के लोगों की याद आई है। कोरोना काल के दौरान जब सीएम योगी यूपी के दौरे कर रहे थे। उस समय ट्वीटरजीवी नेता एसी कमरों में बैठकर सिर्फ ट्वीट के जरिए नेतागिरी चमका रहे थे। कोरोना काल में प्रियंका गांधी को यूपी की जनता याद नहीं आई। डेढ़ साल बाद वह सिर्फ यहां तीन दिन के पर्यटन पर आई थी। यहां से फिर वह विदेश यात्रा पर जा रही है।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि देश से अधिक विदेशों में रहने वाले कांग्रेसी नेता यूपी की जनता की फिक्र छोड़ दे। यूपी की जनता को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि डेढ़ साल तक यूपी में कदम न रखने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा अपने आप को यूपी की जनता हितैषी बताती है। सच यह है कि कांग्रेस पार्टी ने कोरोना काल के दौरान जनता की किसी भी तरीके से मदद नहीं की। उन्होंने कहा कि यूपी की जनता समझदार है। जिला पंचायत में वह कांग्रेस को अपना जवाब सुना चुकी है।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस नेताओं की कथनी और करनी में फर्क होता। कांग्रेस नेताओं को आरोप लगाने की आदत हो गई है। यूपी सरकार पर कोविड संक्रमण के दौरान बेवजह आरोप लगाने वाली प्रियंका गांधी स्वयं एक दिन पहले जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पर कोविड प्रोटोकाल का उल्लंघन करती रही। उनको सिर्फ यूपी सरकार में ही खामियां नजर आती है जबकि कांग्रेस शासन वाले राज्यों की कमियों पर वह सवाल नहीं उठाती, ट्वीट नहीं करती।
नहीं नजर आते राजस्थान के बेरोजगार युवा
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि प्रियंका गांधी को यूपी के बेरोजगारों की फिक्र है लेकिन राजस्थान के बेरोजगार युवाओं की कोई फिक्र नहीं है। यहां तक की जब राजस्थान से आए बेरोजगार युवा प्रियंका से मिलने की कोशिश करते हैं तो उनको कांग्रेस कार्यकर्ता बुरी तरह से पीटते हैं। प्रियंका गांधी वाड्रा को इस मामले पर जवाब देना चाहिए। उनको बताना चाहिए कांग्रेस शासन वाले राज्यों की कमियों पर वह क्यों चुप्पी साध लेती हैं?
Posted By:- Amitabh Chaubey