लखनऊ (जनमत) :- लोको पायलटों का विश्राम के समय फ़ोन का इस्तमाल अधिक करना ही नींद ना पूरी होने कारण है और शायद यही वजह भी है जिसके कारण नींद में ही ट्रेनों को दौड़ा रहे है लोको पायलट| बीती 16 फरवरी को सुल्तानपुर में दो मालगाड़ियां का आमने सामने से टक्कर हो गयी| लोको पायलट के नींद में होने के कारण वाराणसी से आ रही माल गाड़ी लाल सिग्नल पार कर गयी थी| जिसके चलते अब रेलवे बोर्ड ने देश भर में लोको पायलटों को विश्राम करने के समय में फ़ोन का इस्तमाल करने पर रोक लगा दी है|
अब लोको पायलटों को अपना फ़ोन विश्राम के लिए पहुँचते ही जमा करना होगा और उनको मोबाइल फ़ोन अब ड्यूटी करने के वक़्त ही मिल पायेगा| हालाँकि रेलवे बोर्ड के इस आदेश के बाद विरोध भी होना शुरू हो गया है | वहीं , एनआरएमयू का कहना है कि परिवार में कोई आपात स्थिति होने पर लोको पायलट से परिवार के लोगों से उनका संपर्क नहीं ही पायेगा| वहीं , नियम के अनुसार लोको पायलट को नौ घंटे की ड्यूटी करनी होती है| यह समय ड्यूटी पर जाते वक़्त साइन इन और साइन आउट के बीच का होता है| वहीं, लोको पायलट को रनिंग रूम में पहुँचते ही उनको न्यूतम छः घंटे का विश्राम का समय होता है|
वहीं , वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक , लखनऊ रेखा शर्मा ने बताया कि रेलवे बोर्ड का आदेश है है कि लोको पायलट का मोबाइल फ़ोन जमा कराया जाए , हालांकि उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल की लाबी में उनको फ़ोन ले जाने पर मनाही नहीं है| हां औचक निरिक्षण कर यह चेक किया जा रहा है कि विश्राम के समय लोको पायलट मोबाइल फ़ोन का इस्तमाल तो नहीं कर रहे है|