पूर्व प्रधान के शव में उमड़ा जन सैलाब, कई घण्टों बाद भी पुलिस के हाथ खाली

CRIME UP Special News

उत्तरप्रदेश(जनमत):-  मोहनलालगंज (लखनऊ) के गौरा इलाके में रविवार की देर शाम मोटरसाईकिल सवार दो बदमाशों द्वारा पूर्व प्रधान और भटटा मालिक 52 वर्षीय सुजीत पाण्डेय की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस के हाथ फिलहाल खाली है। यह जरूर है कि कई घण्टों की तफ्तीश के बाद पुलिस की जाँच तमाम बिंदुओं समेत पॉलिटिकल और प्रॉपर्टी की ओर भी मुड़ गई है। इस बीच पोस्टमार्टम के बाद सुजीत पाण्डेय का शव जब मोहनलालगंज पहुंचा तो यहाँ जन – सैलाब उमड़ पड़ा। मंत्री ब्रजेश पाठक, सांसद कौशल किशोर, सपा विधायक अमरीश सिंह पुष्कर और भाजपा नेता वीरेंद्र तिवारी समेत तमाम रसूखदार हस्तियों ने शव यात्रा में शामिल होकर परिजनों को सांत्वना दी। शव यात्रा में उमड़े जनसैलाब को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा और पुलिस की मौजूदगी में ही सुजीत पाण्डेय का शव रायबरेली के डलमऊ घाट के लिए रवाना किया गया।

इस बीच मोहनलालगंज कोतवाल गऊदीन शुक्ला के प्रति लोगों में काफी नाराज़गी देखने को मिली। बताया जा रहा कि जीडी शुक्ला तकरीबन 2 साल से मोहनलालगंज कोतवाली के प्रभारी बने हुए है। 2 साल के कार्यकाल के दौरान इलाके में कई बड़ी संगीन वारदातों को अंजाम दिया गया। कई संगीन वारदातों का आज तक भी पुलिस खुलासा नहीं कर पाई है। बावजूद जीडी शुक्ला अपनी कुर्सी पर जमे हुए है। इससे पहले घटना वाले दिन रविवार को सपा विधायक अमरीश सिंह पुष्कर ने भी कोतवाल जीडी शुक्ला को हटाने की मांग की थी। बता दे कि प्रधान पति और भट्टा मालिक 52 वर्षीय सुजीत पाण्डेय मोहनलालगंज व्यापार मण्डल के अध्यक्ष भी थे। गौरा इलाके में सुजीत पाण्डेय का सुजीत ब्रिक फील्ड नाम से ईट भटटा है। सुजीत हर रोज सुबह और शाम अपने भट्टे पर जरूर जाते है। हमेशा की तरह रविवार की शाम को भी वह सफारी गाड़ी से अपने भट्टे पर पहुंचे ही थे तभी बाइक सवार दो बदमाश उनकी ड्राइविंग सीट की तरफ आये। सुजीत कुछ समझ पाते इससे पहले ही बदमाशों ने सफारी गाड़ी को घेर कर उनपर गोलियां दागनी शुरू कर दी।

                (सपा विधायक अमरीश सिंह पुष्कर)                                                (ब्रजेश पाठक मंत्री, यूपी सरकार )

बदमाशों द्वारा चलाई गई गोली शीशे को तोड़ते हुए सुजीत को जा लगी। एक गोली सीने को भेदती हुई निकल गई जबकि दो गोलियां हाथ और कुहनी पर लगीं। बदमाशों के हमले में गोली लगने के बाद भी व्यापारी नेता घायल अवस्था में भट्टे की तरफ भागे तो बदमाशों ने उनपर दोबारा गोलियां बरसानी शुरू कर दी। गोलियों की आवाज़ सुनकर भट्टे के कर्मचारी बाहर निकले और उन्होंने बदमाशों पर पथराव शुरू कर दिया। इसी बीच बदमाश मौके से फरार हो गए जिसके बाद घायल अवस्था में व्यापारी नेता को मेदांता हॉस्पिटल ले जाया गया जहा डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुचें पुलिस कमिश्नर डी के ठाकुर ने बताया था कि मौके से कारतूस के 8 खोखे मिले है। इनमे से 4 खोखे 32 बोर के है जबकि 4 खोखे नाइन एमएम के है। शुरुआती जाँच के आधार पर डी के ठाकुर ने बताया था कि रंजिश के चलते बदमाशों द्वारा रेकी कर वारदात को अंजाम दिया गया।

घंटना के अनावरण के लिए क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है। जो भी बदमाश है उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जायेगा। मृतक सुजीत पाण्डेय प्रधान भी रहे चुके है और वर्तमान में उनकी पत्नी संध्या प्रधान है। मृदभाषी होने के कारण सुजीत पाण्डेय का काफी सम्मान था और वह एक लोकप्रिय व्यक्ति भी थे। यही वजह है कि उन्हें गोली मारे जाने की खबर जैसे ही आग की तरह फैली उनके दर्जनों शुभचिंतक घटनास्थल पर और फिर बाद में मेदांता हॉस्पिटल पहुंच थे।

                                                                                       (मृतक सुजीत पाण्डेय की फ़ाइल् फ़ोटो)

इस बीच मोहनलालगंज कोतवाल गऊदीन शुक्ला के प्रति लोगों में काफी नाराज़गी देखने को मिली। बताया जा रहा कि जीडी शुक्ला तकरीबन 2 साल से मोहनलालगंज कोतवाली के प्रभारी बने हुए है। 2 साल के कार्यकाल के दौरान इलाके में कई बड़ी संगीन वारदातों को अंजाम दिया गया। कई संगीन वारदातों का आज तक भी पुलिस खुलासा नहीं कर पाई है। बावजूद जीडी शुक्ला अपनी कुर्सी पर जमे हुए है। इससे पहले घटना वाले दिन रविवार को सपा विधायक अमरीश सिंह पुष्कर ने भी कोतवाल जीडी शुक्ला को हटाने की मांग की थी ऐसा न होने पर आंदोलन की भी चेतावनी दी थी।

 

Posted By:- Amitabh Chaubey