अलीगढ़ (जनमत):- अलीगढ़ के थाना गोंडा इलाके में एक दर्दनाक सड़क हादसा उस वक्त सामने आया है। जब एक 13 वर्षीय मासूम छात्र स्कूल से छुट्टी के बाद साइकिल पर सवार होकर अपने घर वापस लौट रहा था। तभी मोबाइल फोन पर बात करते हुए गैस से भरे टैंकर को लेकर आ रहे टैंकर चालक ने साइकिल सवार स्कूली छात्र को टक्कर मारते हुए टैंकर के पहियों तले कुचल दिया। गैस से भरे टैंकर की स्कूली छात्र में टक्कर लगने के बाद परिजन उसको लहूलुहान हालत में उपचार के लिए शहर के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे।
जहां डॉक्टरों की लापरवाही के चलते बच्चे को ठीक से प्राथमिक उपचार नहीं मिलने पर उसकी अस्पताल में तड़प तड़पकर मौत हो गई। एक्सीडेंट में घायल बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाया है। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चें के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए गिरफ्त में आए गैस टैंकर चालक के खिलाफ कार्यवाही करते हुए मामले की जांच में जुटी हैं
आपको बता दे की स्कूली छात्र की दर्दनाक एक्सीडेंट में हुई मौत के बाद नगला गोवर्धन सिकतरी गांव निवासी महेंद्र सिंह ने बताया कि उनका 13 वर्षीय मृतक भतीजा कान्हा पुत्र देवीसिंह अपने घर से सोमवार को साइकिल पर सवार होकर स्कूल में पढ़ने के लिए गया था बताया जा रहा है कि करीब 3:00 बजे स्कूल की छुट्टी होने के बाद 13 वर्षीय छात्र कान्हा साइकिल पर सवार होकर अपने घर वापस लौट रहा था। तभी गोंडा चौराहे के पास मोबाइल फोन पर बातचीत करते हुए गैस से भरा टैंकर चालक गैस से भरे टैंकर कैप्सूल को लापरवाही के साथ लेकर आ रहा था। तभी गाड़ी चलाते वक्त फोन पर बातचीत कर रहे कैंटर चालक ने साइकिल सवार बच्चे को जोरदार टक्कर मारते हुए टैंकर के पिछले पहियों तले कुचल दिया। जिसके चलते टैंकर के पहिए तले कुचलकर साइकिल चकनाचूर हो गई। तो साइकिल सवार बच्चा लहूलुहान होते हुए गंभीर रूप से घायल हो गया।
गैस टैंकर चालक द्वारा साइकिल सवार छात्र को टक्कर मारते हुए देख स्थानीय लोगों का जमावड़ा मौके पर लग गया और कैंटर चालक को मौके पर पकड़ते हुए सूचना पुलिस को दी। सूचना पर परिजन भी मौके पर पहुंच गए और सड़क पर लहू लोहान हालत में घायल पड़े मासूम बच्चे को लोगों की मदद से प्राइवेट गाड़ी में डालकर उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज ले जा रहे थे। लेकिन स्मार्ट सिटी के चौराहों पर लगे जाम के चलते परिजनों के द्वारा आनन फानन में घायल बच्चे की हालत को नाजुक देखते हुए शहर के सारसौल चौराहे के पास एक प्राइवेट अस्पताल जीवन ज्योति में भर्ती करा दिया।
जहां डॉक्टर द्वारा घायल बच्चे को ट्रीटमेंट देने के बजाय करीब 3 घंटे तक एक्सरे, सिटी स्कैन,ओर अन्य जांच के नाम पर इधर से उधर घूमाते रहे। ओर उनके घायल बच्चे को पट्टी करना तो दूर एक इंजेक्शन भी नहीं लगाया। यही वजह है कि डॉक्टरों की लापरवाही के चलते घायल बच्चे को समय पर उपचार नहीं मिलने पर आईसीयू के लिए ले जाते हुए उपचार के अभाव में उसकी मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बच्चे की मौत की सूचना पुलिस को दी।
सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और बच्चे के शव का पंचनामा करते हुए डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भेज दिया। बच्चें की एक्सीडेंट के बाद अस्पताल में मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया।
REPORT- AJAY KUMAR..
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…