फर्रुखाबाद (जनमत):- यूपी के फर्रुखाबाद जिले की नगर पालिका परिषद की बिल्डिंग पूरी तरह जर्जर हालत में खड़ी हुई है कभी भी कोई भी हादसा हो सकता है नगरपालिका के कर्मचारी व विभागीय कर्मचारी उसी बिल्डिंग के बने कमरों में काम करने को मजबूर हैं जिन कमरों की छतों का सीमेंट टूट टूट कर नीचे गिर जाता है जिससे कि कर्मचारी काम करने में डरते रहते हैं और डरे सहमे कर्मचारी चुपचाप प्रशासन की आश्वासन के ऊपर निर्भर रह कर कार्य करते रहते हैं|
जब वहां मौजूद काम कर रहे कर्मचारियों से बात की तो कर्मचारियों ने कहा की बिल्डिंग काफी जर्जर हालात में खड़ी हुई है कभी भी यह बिल्डिंग ध्वस्त हो सकती है कई बार जिलाधिकारी व एसडीएम साहब ने इस बिल्डिंग का निरीक्षण किया और आश्वासन देकर चले गए । कर्मचारियों ने कहा की पूर्व ईओ रश्मी भारती के कहने पर अधिकारियों से शिकायत कई बार की लेकिन नतीजा जीरो रहा रश्मी भारती ने तो अपना ऑफिस बहुत अच्छा करके बनवा लिया लेकिन कर्मचारियों की सुध नही ली गयी।
आज भी वर्तमान में रविन्द्र कुमार अधिशासी अधिकारी शोरूम जैसे बने आफिस में बैठते है। लेकिन कर्मचारियों की किसी ने कोई चिंता नही है। जब अधिशासी अधिकारी रविंद्र कुमार से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने इस बारे में बताने से साफ साफ इनकार कर दिया|आपको बता दे नगर पालिका परिषद की बिल्डिंग अंग्रेजों के जमाने में 1868 मैं स्थापना हुई थी उसके बाद इस बिल्डिंग को नगर पालिका को दी गई उस दिन से आज दिन तक इस बिल्डिंग की मरम्मत का कार्य नहीं हुआ और ना ही किसी अधिकारी ने अभी तक इस की तरफ ध्यान से देखा|
आपको बता दें कि फर्रुखाबाद के चेयरमैन मनोज अग्रवाल एक पंचवर्षीय और दो पंचवर्षीय उनकी पत्नी वत्सला अग्रवाल चेयरमैन है लेकिन चेयरमैन भी ध्यान नहीं दिया जो कर्मचारी हैं वह मौत के साए में जीने को मजबूर हैं आश्वासन देकर उनसे बराबर काम करने के लिए कहा जा रहा है लेकिन अभी तक प्रशासन इन नगरपालिका कर्मचारियों को किसी और बिल्डिंग में क्यों नहीं शिफ्ट कर रहा है या बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है|