हमीरपुर (जनमत):- उत्तर प्रदेश के जनपद हमीरपुर के राठ कोतवाली क्षेत्र के बरौली खरका गाँव में उस समय हलचल मच गया जब रात्री लगभग 1:00 बजे बदमाशों ने घर में घुसकर एक आदमी को अगवा करने का प्रयास करने लगे जिसपर परिजनों ने जब बदमाशो को ऐसा करने से मना किया तो उन पर भी अवैध तमंचे से सबको जान से मारने की धमकी देते हुए युवक को अपने साथ ले जाने में कामयाब हो गए | जिसकी सूचना तत्काल स्थानीय पुलिस को दी गई , जिसपर पुलिस ने पूरे प्रकरण को सुनने के बाद बोली सुबह इस पर कार्यवाही की जाएगी | हमीरपुर के राठ कोतवाली क्षेत्र में बदमाशो के हौसले बुलंद ?
पुलिस को सुचना देने पर सुबह आने को दिया जाता है “सलाह” ?
आपको बता दे, कि मिली जानकारी के अनुसार जनपद हमीरपुर के राठ कोतवाली क्षेत्र के खरका गाँव में रात्रि के लगभग 1 : 00 बजे सचिन्द्र चंद्रभान , रिंकू और कुछ अज्ञात बदमाश फोर व्हीलर से लगभग रात्रि जबरन घर में घुसकर गया प्रसाद को घसीटते हुए फोर व्हीलर में बैठा लिया तभी मृतक के छोटे बेटे जीवन और नाती ने रोकने की कोशिश की तो अवैध तमंचा कनपटी में लगाते हुए जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गये | जिसकी सूचना रात्रि में चिकासी थाने में जाकर दी गयी लेकिन थाने में मौजूद पुलिसकर्मी ने सुबह 9: बजे आने को कहकर टाल दिया। जिसकी रात्रि में निर्मम हत्या भी कर दी। हत्या की वजह जमीनी बटवारे को लेकर बताई जा रही है |
जब उम्मनिया गाँव के कुछ लोग सुबह दौड़ने निकले तो देखा कि नहर के किनारे एक शव क्षत-विक्षत पड़ा है। जिसकी सूचना पुलिस को दी। वहीं , घटना की जानकारी लगते ही मझगवां पुलिस, राठ कोतवाली पुलिस और सरीला क्षेत्र अधिकारी ने मोके में आकर जाँच पड़ताल शुरू की | जाँच में शव की शिनाख्त बरौली खरका थाना चिकासी निवासी गया प्रसाद पुत्र नारायण दास के रूप में हुए और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
ऐसे में एक बड़ा प्रश्न यह खड़ा होता है कि पीड़ित द्वारा घटना की सूचना देने के बाद भी पुलिस अपने कार्यवाही में ढ़ीली क्यों पड़ गयी ?
वहीं पीड़ितों की माने तो अगर पुलिस ने समय से मामले में कार्यवाही की होती तो शायद पीड़ित की जान बच सकती थी ?