अयोध्या(जनमत):- रामनगरी मंदिरों के बारे में विख्यात है ऐसे में हम आपको एक मंदिर की ऐसी दास्तान बताते हैं कि जहां पर भगवान राम के वन जाते समय रास्ते में पड़ा था। जी हां अयोध्या जिले के बीकापुर तहसील में स्थित बैती कला गांव राम वन गमन मार्ग पर स्थित है।
वैसे तो राम वन गमन मार्ग पर कई स्थानों की पौराणिक मान्यता से आप रूबरू होंगे मगर इस पौराणिक स्थल महामंडलेश्वर शिव मंदिर की महिमा ही निराली है जो हजारों लोगों की आस्था का केंद्र बना हुआ है। विसुहि नदी के किनारे स्थित ग्राम पंचायत बैतीकला में राजा विक्रमादित्य के काल का करीब 8000 वर्ष पुराना यह मंदिर मौजूदा परिवेश में एक आधुनिक स्वरूप में विद्यमान है।
इसकी प्रमाणिकता का प्रमाण के रूप में स्थापित शिवलिंग जो सदियों पहले स्वयं ही प्रकट होने की कहानी समेटे है आज भी यहां अनेक विषैले जीव जंतु मंदिर के प्रसिद्ध जी का प्रमाण हैं जिनको देखने मात्र से रोंगटे खड़े हो जाते हैं लेकिन इस मंदिर में वाह आपको विचरण करते हुए दिखेंगे|
वही आश्चर्यजनक ढंग से इन से लोगों को किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है। मंदिर के संरक्षक वह बैतीकला ग्राम पंचायत के प्रधान अनिल सिह राजपूत ने बताया कि बगल में ही प्रसिद्ध सागर पर स्थित पहलवान वीर बाबा की प्रेरणा से सदियों पहले अस्तित्व में आए इस जल मंदिर को वर्तमान समय में जीर्णोद्धार कर नया स्वरूप प्रदान कर दिया गया है।
वहीं दूसरी ओर मंदिर के पुजारी बताते हैं कि पौराणिक मान्यताओं को समेटे हुए यह मंदिर आने वाली श्रद्धालुओं की सभी प्रकार की मान्यता परिपूर्ण होती है।