मीरजापुर (जनमत):- नगर में बंदरों के बढ़ते उत्पात को देखते हुए नगर पालिका परिषद द्वारा चला गया बंदर पकड़ो अभियान अब रंग लाने लगा है । सोमवार को सुबह 109 बंदरों को पकड़ा गया । यह सफलता चौबे टोला राम टेक के पीछे स्थित जैन मंदिर परिसर में मिला । पकड़े गए बंदरों को नगर से दूर जंगलों में छोड़ा जाएगा । अभियान नगर के विभिन्न क्षेत्रों में चलाया जाएगा । कटते जंगल बढ़ती आबादी के बीच कभी जंगल में रहने वाले बंदर अब हर मोहल्ले में नजर आने लगे हैं । बंदरों के बढ़ते आतंक के चलते कभी खुली छत पर गर्मी मौसम में रात में सोने वाली पीढ़ी अब खुद कमरों में रहने और बच्चों को भी रखने के लिए विवश हैं । अब तो छतों पर लगे लोहे के जालीदार कवर याद दिलाते हैं कि आज आम इंसान पिंजरे में कैद होकर रह गया है, वहीं बन्दर खुलेआम छत, सड़क और गलियों में धमाचौकड़ी मचाते रहते हैं । इन बंदरों की तादाद देखा जाए तो हजारों में हो गई है । कोई ऐसा मोहल्ला नहीं है जहां इन बंदरों का आतंक न हो । अक्सर देखा गया है यह बंदर इंसान की तरह सड़क पार करते हुए झुंड के झुंड नज़र आते हैं । उनको देख अपने मंजिल की ओर बढ़ रहे लोगों के पांव बरबस ठिठक जाते हैं ।
इसी के साथ ही तारों पर लटकते हुए आगे बढ़ने वाले बंदर लोगों के लिए कौतूहल और बंदरों के लिए खतरा बन जाते हैं । अक्सर करंट की चपेट में आने से घायल हुए बंदर के जख्मी होकर गिरने के बाद मौके पर बंदरों का झुंड जुट जाता हैं । एक तरीके से कहा जाए कि हादसे के बाद अलग अलग आवाज निकालते हुए चक्का जाम कर देते हैं । मजाल है कोई व्यक्ति उधर से गुजर जाए । कुछ अर्सा पूर्व एक खूंखार बंदर बच्चों के लिए खतरा बन गया था । जो केवल बालिकाओं को ही निशाना बनाते हुए उनके गाल पर इस कदर वार करता था कि कई मासूमों को प्लास्टिक सर्जरी तक की नौबत आ गई । दर्जनों लोगों के घायल होने के बाद कानपुर से तत्कालीन जिलाधिकारी के पहल पर कानपुर से शिकारी टार्ज़न को बुलाया गया । कई दिनों की मेहनत के बाद उसे लाल डिग्गी पावर हाउस के पास अचेत करके पकड़ा गया था । जिसे कानपुर चिड़ियाघर भेज दिया गया था । बंदरों के बढ़ते आतंक को देख रहे पालिकाध्यक्ष मनोज जायसवाल ने दायित्व संभालने के दौरान बंदरों के समस्या से निपटने के लिए अपने कार्य सूची में दर्ज किया था । उसी क्रम में मथुरा से बुलाई गई टीम ने रविवार से कार्य आरम्भ किया । पहले ही दिन चौबे टोला के पास जैन मंदिर की छत पर जाल लगाकर 109 बंदरों को पकड़ कर अपनी काबिलियत साबित किया । यह टीम नगर के विभिन्न मोहल्लों में जाकर बंदरों को पकड़े कर उन्हें बिना किसी प्रकार का जख्मी दिए शहर से दूर जंगल में ले जाकर छोड़ेगी । नगर के चौबे टोला स्थित रामटेक के पीछे लगाए गए जाल और रखे दड़बा के सहयोग से जैन मंदिर की छत पर 109 बंदरों को टीम ने पकड़ा । बंदरों को पकड़ने के लिए चलाए जा रहे अभियान से लोगों ने राहत की सांस ली है ।
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…
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