प्रतापगढ़ (जनमत):- उत्तर प्रदेश के जनपद प्रतापगढ़ के सकरा गांव निवासी क्रिकेटर मनोज तिवारी को पश्चिम बंगाल में मंत्रिमंडल में शामिल कर लिया गया है। इसकी जानकारी होने पर सकरा गांव के लोगों खुशिया की लहर दौड़ पड़ी खुशियां मनाई। मनोज का परिवार कई सालों से कोलकाता में रहता है। मनोज की चाची अनीता तिवारी बताती हैं। मनोज की मम्मी अगली बार दिवाली पर भी आई थी हम सबके बीच उनकी दिवाली की मनी लेकिन खुशी की बात यह है कि इस बार पश्चिम बंगाल सरकार में विधायक बनने के बाद मंत्रिमंडल में ममता सरकार ने शामिल किया है|
जब हम लोगों को पता चला तो हम लोग पूरा परिवार खुशी से झूम उठे, थोड़ा बहुत मलाल हम लोगों को तो है क्योंकि मनोज तिवारी का अपने गांव से नाता बहुत कम रहा ज्यादातर गांव कटरा में उनके माता-पिता ही आते थे। उनकी चाची बताती है कि मनोज तिवारी तीन भाइयों में दूसरे नंबर का भाई हैं। वही उनकी चाची अनीता तिवारी ने कहा कि मनोज तिवारी भी अपने गांव आए वह भी अपने गांव का स्थिति देख ले और हम भी उनको देख लें। वही मनोज तिवारी के माता-पिता का बनवाया हुआ घर भी अब दरारों के बीच पेंटिंग फीकी पड़ रही है। वही उनके पिता कोलकाता में रेलवे में सरकारी कर्मचारी थे । मनोज तिवारी के परिवार का लालन-पालन उनके पिता कोलकाता में ही पढ़ाई लिखाई कराई थी।
हम लोगों को गर्व है कि मनोज तिवारी क्रिकेटर से लेकर के राजनीतिक का सफर कर रहे हैं। लगभग पन्द्रह साल पूर्व वह गांव आए थे। उन्हें इस बात का फक्र है कि घर का बेटा बंगाल में मंत्री बना है। इससे पूरे जिले का नाम रोशन हुआ है। गांव के लोग तो यह जानकारी मिलने के बाद से ही बेहद खुशी जाहिर कर रहे हैं। वहीं ग्रामीण राम सिंह ने बताया कि मनोज तिवारी की चाची अनीता तिवारी की स्थिति थोड़ी खराब है हम लोग बेहद खुशी हैं मनोज तिवारी जब पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री बने हुए हैं हम लोग चाहते हैं कि मनोज तिवारी एक बार अपने घर आकर घूम जाए हम लोग को भी उनसे मिले कई साल हो गया है । यहां प्रमोद तिवारी के घर आने जाने का रास्ता भी खस्ता हालत है बरसात के समय में पानी भर जाता है। वहीं ग्रामीण विजय बहादुर पटेल ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार में मनोज तिवारी जब मंत्रिमंडल में शामिल हुए हम लोगों को पता चला तो हम लोग बहुत खुशी हुई हम लोग चाहते हैं कि एक बार मनोज तिवारी अपने गांव में आवे हम सब से मुलाकात हो हम लोग बहुत खुशी हैं कि हमारे गांव का लाल पश्चिम बंगाल में अपना परचम फहरा दिया है।
वहीं ग्रामीण रमाशंकर सरोज का कहना है कि जब हम लोगों को सूचना मिली कि मनोज तिवारी पश्चिम बंगाल सरकार में विधायक चुने गए उसके बाद मंत्रिमंडल में ममता सरकार में बन गए हैं तो पूरे गांव में खुशी की लहर दौड़ पड़ी उनका और उनके परिवार का सकरा गांव में काफी लगाओ रहा है उनका जन्म भूमि सकरा गांव हैं। उनको 15 सालों पहले अपने पैतृक गांव आए हुए थे उनके माता आती हैं साल 2 सालों में लेकिन वह अभी तक नहीं आए हैं हम चाहते हैं कि वह भी अपने गांव में आए और वहां यहां की स्थिति देखे।