पूर्वोत्तर रेलवे ने ऑटो मोबाइल कैरियर का किया सफलतापूर्वक निर्माण

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बरेली (जनमत):- औद्योगिक प्रतिष्ठानों एवं व्यापारियों की ऑटोमोबाइल परिवहन की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर पूर्वोत्तर रेलवे के यांत्रिक कारखाना, इज्जतनगर द्वारा एन.एम.जी.एच.एस. यान (ऑटो मोबाइल कैरियर) का निर्माण सफलतापूर्वक किया जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन द्वारा 100 नॉन ए.सी. आई.सी.एफ. यानों को एन.एम.जी.एच.एस. यानों के रूप में परिवर्तित करने का लक्ष्य निर्धारित था। पूर्वोत्तर रेलवे यांत्रिक कारखाना इज्जतनगर ने सुनियोजित प्रयासों से अप्रैल, 2023 तक इस लक्ष्य को प्राप्त कर 100 एन.एम.जी.एच.एस. यानों का निर्माण सफलतापूर्वक किया।

यांत्रिक कारखाना, इज्जतनगर को 40 पुराने आई.सी.एफ. यानों को एन.एम.जी.एच.एस. यानों के रूप में परिवर्तित करने का लक्ष्य निर्धारित था जिसे यांत्रिक कारखाना, इज्जतनगर ने समय से पुरा किया। आप को बता दे की नवनिर्मित एन.एम.जी.एच.एस. यान मुख्य रूप से 02 एवं 04 व्हीलर्स गाड़ियों के ढुलाई को ध्यान में रखकर बनाया गया है साथ ही इसकी अधिकतम गति 110 किमी. प्रति घंटा है जिससे यह यान बहुत ही कम समय में ऑटो मोबाइल यूनिटों का परिवहन करने में सक्षम है। यांत्रिक कारखाना, इज्जतनगर द्वारा निर्मित किया गया यह यान पुराने एन.एम.जी. की तुलना में कई नये साज-सज्जा से युक्त है। इस नये ऑटो मोबाइल कैरियर एन.एम.जी.एच.एस. यान में प्लेटफार्म लोडिंग हेतु रैम्प एसेम्बली के साथ 04 अलग स्लाइडिंग डोर लगाये गये है।

इसमें बेहतर डिजाइन के साथ बैरल लॉक लगाई गयी है। इस ऑटोमोबाइल यूनिटों की बेहतर सुरक्षा हेतु लैसिंग प्वाइंट उपलब्ध कराये गये है। इस यान के फर्श पर परफोरेटड प्लेट एवं चेकर्ड प्लेट लगायी गयी है। इसमें बेहतर वेंटींलेशन हेतु 08 अदद लुवर्स लगाये गये है तथा यान के अन्दर प्राकृतिक रोशनी हेतु नेचुरल पाइप लाइट अरेन्जमेंट का प्रावधान किया गया है। पुराने आई.सी.एफ. कोचों को परिवर्तित कर ऑटोमोबाइल ढुलाई हेतु बनाये गये नये एन.एम.जी.एच.एस. यानों से पूर्वोत्तर रेलवे पर ऑटोमोबाइल ढुलाई क्षमता बढी है।

Posted By:- Amitabh Chaubey