मैनपुरी(जनमत):- हिंदुत्व भावना की बात करें तो दीपावली के दूसरे दिन भैया दूज का पावन पर्व त्यौहार भाई बहन के रिश्ते को अटूट करने वाला यह त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है और बहने अपनी भाई की थी की आयु के लिए तिलक लगाकर और मिठाई खिलाकर ईश्वर से कामना करती हैं कि उनका भाई उनके आजीवन तक जीवित रहे और उनका भाई बहन के प्यार के साथ-साथ उसकी रक्षा भी उम्र भर होती रहे|
जिसके चलते जिला कारागार में अपराधों की सजा काट रहे कैदियों से मिलने के लिए दूरदराज से उनकी बहने भैया दूज के अवसर पर उन्हें सैकड़ों की मात्राओं में मिलने पहुंची जहां जिला प्रशासन की ओर से बहनों और भाइयों को इस पर्व पर मिलने के लिए पुख्ता इंतजाम भी किए गए और कैदियों को बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए कोविड-19 की जांच भी इंतजाम किया गया कोविड-19 जांच कराए जाने के बाद ही जिला कारागार में अंदर प्रवेश दिया गया आखिर क्यों मनाई जाती है भैया दूज इस पर जेल में भाइयों से मिलने आई कुछ बहनों से बातचीत भी की मान्यता है कि दीपावली के दूसरे दिन यमराज अपनी बहन यमुना (यामी) से मिलने के लिए गए थे|
तब यदि ने अपने भाई यमराज के माथे पर तिलक लगाकर और मिठाई खिलाकर ईश्वर से शीघ्र आयु की कामना की थी और समय यमराज ने घोषणा की थी कि जो बहने दीपावली के दूसरे दिन उपवास रखते हुए भाई के माथे पर तिलक लगाकर उन्हें मिठाई खिलाकर आप उपवास तोड़ेंगे और उनके दीर्घायु की कामना करेंगी तो उनके भाइयों की यमराज के आशीर्वाद से निश्चित ही आयु बढ़ जाएगी तब से लेकर अब तक यह भैया दूज का पर्व बड़े ही हर्षोल्लास से मनाया जाता है|