लखनऊ (जनमत):- पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल में अंतर रेलवे संरक्षा ऑडिट के अंतर्गत उत्तर रेलवे, नई दिल्ली की प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी श्रीमती शोभना बंदोपाध्याय के नेतृत्व में उत्तर रेलवे के मुख्य परिचालन प्रबन्धक/प्रशासन एच.आर. राव, मुख्य रोलिंग स्टाक इंजीनियर/फ्रेट प्रशांत कुमार एवं मुख्य ट्रैक इंजीनियर प्रमोद कुमार शर्मा तथा संरक्षा ऑडिट टीम के अन्य सदस्यों द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ परिक्षेत्र का संरक्षा ऑडिट किया गया। जिसमे लखनऊ जंक्शन स्थित आर आर आई पैनल, क्रू लॉबी, अवध रनिंग रूम, स्टेशन यार्ड, विद्युत कर्षण डिपो, रेलवे क्रॉसिंग आदि का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के उपरांत श्रीमती बंदोपाध्याय ने मंडल कार्यालय में मण्डल रेल प्रबन्धक डॉ0 मोनिका अग्निहोत्री, अपर मण्डल रेल प्रबन्धक (इंफ्रा), अपर मण्डल रेल प्रबन्धक (प्रशासन) एवं मण्डल के शाखा अधिकारियों तथा संरक्षा आडिट टीम के साथ समीक्षा बैठक में महत्वपूर्ण बिन्दुओ पर चर्चा की। बैठक को संबोधित करते हुए प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी श्रीमती बंदोपाध्याय ने कहा कि शून्य दुर्घटना का लक्ष्य प्राप्त करने हेतु संरक्षा नियमों एवं मानकों का पालन आवश्यक है। उन्होनें कार्य के दौरान संरक्षा एवं सुरक्षा को सर्वाच्च प्राथमिकता के साथ, अमल में लाने हेतु महत्वपूर्ण सुझाव प्रदान किए ।
मण्डल रेल प्रबन्धक डॉ0 मोनिका अग्निहोत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि संरक्षा आडिट टीम द्वारा महत्वपूर्ण संरक्षा बिन्दुओं पर दिये गये सुझावों का अनुपालन किया जायेगा। संरक्षा एवं सुरक्षित रेल संचालन के प्रति लखनऊ मण्डल दुर्घटनाओं को रोकने हेतु प्रतिबद्ध है। इसी परिप्रेक्ष्य में मण्डल के रेलवे अधिकारी एवं कर्मचारियों द्वारा सघन रात्रिकालीन फूट प्लेटिंग, रेलवे ट्रैक की रात्रि पैट्रोलिंग तथा अधिकारियों एवं सुपरवाइजरों द्वारा औचक निरीक्षण, मण्डल के सभी रेल खण्डों पर नियमित रूप से सम्पन्न किये जा रहे है। समीक्षा बैठक से पूर्व निरीक्षण के प्रथम चरण में प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी श्रीमती बंदोपाध्याय के नेतृत्व में वरिष्ठ अधिकारियों की टीम द्वारा लखनऊ मण्डल के लखनऊ जंक्शन स्टेशन पर स्थित आर.आर.आई पैनल रूम में पारिचलनिक कार्यप्रणाली व अवध रनिंग रूम का निरीक्षण किया गया। उन्होने रनिंग रूम में प्रदान की जाने वाली खानपान सुविधाओं, रेस्टरूम, मनोरंजन कक्ष एवं शौचालय/स्नानघर की सफाई का जायज़ा लिया तथा लोको पायलटों एव गार्ड से उनकी आवश्यकताओं तथा समस्याओं के बारे में चर्चा की।
इसके बाद एकीकृत क्रू लॉबी में सुरक्षित एवं सरंक्षित गाड़ी संचालन, डयूटी के दौरान आने वाली समस्याओ के त्वरित निस्तारण तथा डियूटी के दौरान काम आने वाले संरक्षा उपकरणों की उपलब्धता हेतु संबंधित अधिकारियों को सुझाव प्रदान किए। अगले चरण में ऐशबाग स्टेशन स्थित संरक्षा संबंधी दुघर्टना राहत चिकित्सा यान एवं दुघर्टना सहायता यान में दुघर्टना के दौरान उपयोग में लाये जाने वाले सरंक्षा उपकरणों के रख रखाव व कर्मचारी तत्परता की संरक्षा सम्बन्धी विस्तृत जांच की गई।श्रीमती बंदोपाध्याय ने ऐशबाग स्थित स्पेशल समपार सं0 2 का निरीक्षण किया तथा रेल खण्ड की कार्य प्रणाली के अनुरुप गेटमैन की कार्यशीलता एवं सजगता को परखा तथा बी.जी.कोचिंग डिपो में कोच मेनटेनेन्स कार्य की समीक्षा की।
अन्त में ऐशबाग स्थित टीआरडी/डिपो तथा टावर वैगन का निरीक्षण किया गया तथा कार्यरत कर्मचारियों की दक्षता एवं विद्युतीकृत रेलखण्डो में कार्य के दौरान संरक्षा बिन्दुओं पर उन्होंने चर्चा की । इस अवसर पर उत्तर रेलवे बड़ौदा हाउस नई दिल्ली के उपमुख्य संरक्षा अधिकारी (इंजी), उपमुख्य संरक्षा अधिकारी (विद्युत), उपमुख्य संरक्षा अधिकारी (यातायात), पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक, वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबंधक, वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ मण्डल यांत्रिक इजीनियर (कैरेज एण्ड वैगन), वरिष्ठ मण्डल सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर, वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर टीआरडी, सीडीओ/कैरेज डिपों, स्टेशन निदेशक/लखनऊ एवं अन्य अधिकारीगण व कर्मचारी उपस्थित थे। उक्त जानकारी जन संपर्क अधिकारी पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ के द्वारा प्राप्त हुई|