कुशीनगर (जनमत):- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसानों से जुड़े मुद्दों को लेकर योगी सरकार बेहत सख्त है उसके बावजूद जमकर भष्टाचार किया जा रहा है जिनमे यूपी में धान खरीद में अनियमितता को लेकर सरकार ने जहा कड़ी कार्रवाई कर अपनी मंशा साफ जाहिर की इसके बावजूद धान क्रय प्रक्रिया में लापरवाही बरतने का और भष्टाचार का मामला लगातार सामने आ रहा है| योगी सरकार द्वारा जवाबदेही तय कर सख्त कार्यवाही की आदेश के बाद भी योगी के आदेशों का डर शायद यूपी के कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों को डर नही तभी किसानों से जमकर फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे है ताजा मामला यूपी के कुशीनगर जनपद से है जहां फर्जी किसान बनकर धान बेचने वाले दलालों का कारनामा हैरान करने वाला है|
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ किसानों को लेकर कितने चिंतित है यह तो कई बार चुनावी सभाओं और तमाम कार्यक्रम के दौरान किसानों के आय दुगनी करने को लेकर हर किसान को किसी भी तरह की परेशानी न हो इसको लेकर आये दिन नए नए नियम बनाये जाते है ताकि किसानों को किसी भी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े इसको लेकर आये दिन आदेश जारी किए जाते है इसके बावजूद इन आदेशों को शायद उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जनपद में देखने को नही मिलता तभी तो यहां फर्जी किसान बन कर धान बेच दिए जाते है ताजा मामला कसया तहसील क्षेत्र के परासखांड गाँव के रहने वाले सचितानन्द पाण्डेय का है जहां उनके स्वर्गीय पिताजी के नाम पर फर्जी किसान बन कर धान क्रय कर दिया गया|
इसका खुलासा तब हुआ जब सचितानन्द पाण्डेय द्वारा अपना खाता का रजिस्ट्रेशन करवाने तहसील पहुँचे तो उनके खाते पर पहले ही रजिस्ट्रेशन करवा कर धान बेचे जा चुके और उसका भुगतान भी किया जा चुका है,फिर क्या स्वर्गीय पिता के नाम पर फर्जी किसान बन कर इस तरह से धोखाधड़ी की गई जहा कुल 1.9190 हेक्टेयर जमीन पर गांव के ही संतोष कुमार पाण्डेय जो गोपालगढ़ सहकारी समिति के प्रभारी सचिव है और समिति से जुड़े होने के चलते यह फर्जीवाड़ा कर गए जब कि किसी मामले में संतोष कुमार पांडेय किसी मामले में निलम्बित भी चल रहे हैं इसके बावजूद फर्जी किसान बन कर फर्जीवाड़ा करना बेहद हैरान करने वाला है जहा कसया क्षेत्र के धान क्रय केन्द्र सिसवा धोकरहा पर 15 दिसम्बर को 50 कुन्तल और 18 दिसम्बर को 43 कुन्तल धान की बिक्री की और उससे प्राप्त 1,73,724 लाख रुपये को कसया स्थित इलाहाबाद बैंक के खाते में रकम भी प्राप्त की गई|
जब इस संबंध में कसया के जॉइंट मजिस्ट्रेट पूर्ण बोरा से पूछा गया तो उनका कहना है कि मामला संज्ञान में आया जांच कर उचित कार्यवाही की जायेगी| जब कि कुछ दिनों पूर्व कुशीनगर जनपद के ही हाटा तहसील अंतर्गत पैकौली व करमहां क्रय केंद्र पर बिना खेत वाले किसान से 1084 क्विंटल धान की खरीद की गई थी,फर्जी किसान बन बेचे गए धान की क्रय केंद्र पर किये गए खरीद मामले में फर्जी ढंग से धान बेचने और भुगतान किए जाने का मामले कुशीनगर डीएम एस राज लिगम ने सख्ती दिखाते हुए 14 लाख रुपये तक का भुगतान पा चुके फर्जी किसान के खाते को सीज करते हुए हुए लगभग पांच लाख रुपये की रकम जो खाते से निकल चुके थे उसके रिकवरी के आदेश दिए गए कुशीनगर के डीएम का यह एक्शन लखनऊ में पोर्टल पर एक ही खतौनी की इंट्री दो क्रय केंद्रों पर दिखी एक इंट्री से इस फर्जीवाड़े की पोल खुल गई|
जिसके बाद क्रय केंद्र प्रभारी विनय कुमार व चंद्रशेखर बरनवाल को एआर कोआपरेटिव बृजकिशोर मिश्र दोषी मानते हुए बर्खास्त कर दिए,लेकिन पुनः फिर दुबारा फर्जी किसान बन कर कसया का यह मामला सामने आने के बाद भले ही जांच के आदेश दिए गए हो इसके बावजूद योगी सरकार के सख्त आदेश का कोई असर शायद इस तरह के फर्जीवाड़े करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर नही पड़ता,जहा योगी सरकार किसानों की आय दुगनी करने और धान,गेंहू का एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर फसल खरीदा जाना फर्जीवाड़े पर अंकुश लगाने के लिए क्रय केंद्रों से जुड़ी लापरवाही से संबधित मामलों में जिले के डीएम का जवाबदेह तय करना योगी के सख्त फरमानों में था इसके बावजूद यह लापरवाही कही न कही किसानों को लेकर हो रहे इस तरह के फर्जीवाड़े कई सवाल खड़े करते है ।
Reported By:- Predeep Yadav