कुशीनगर (जनमत):- ख़बर उत्तर प्रदेश के जनपद कुशीनगर से है जहाँ कुशीनगर के पडरौना रोडवेज स्टेशन के दिन अब बहुरने वाले हैं। प्रदेश की योगी सरकार पडरौना रोडवेज बस स्टेशन का जीर्णोद्धार करने जा रही है। प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह इसकी आधारशिला रखी। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने वैदिक मन्त्रोंच्चार के बीच शिलापूजन और शिलापट्ट का अनावरण करके पडरौना बस स्टेशन के जीर्णोद्धार का शुभारम्भ किया।
इस बहुप्रतिक्षित कार्य के दौरान सांसद विजय दूबे, पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आर पी एन सिंह, विधायक विवेकानंद पाण्डेय, विधायक मनीष जायसवाल सहित गणमान्य लोग मौजूद रहे। इस दौरान परिवहन मंत्री का स्थानीय कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया। उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए परिवहन मंत्री ने कहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में उत्तर प्रदेश विकास के पथ पर अग्रसर है उत्तर प्रदेश बदल रहा है। उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश हो रहा है। आज योगी के विकास कार्यों पर शोध चल रहा है, आज हम रामराज्य की तरफ बढ़ रहे है। पूरी दुनिया में भारत की साख बढ़ी है। कोरोना महामारी के दौरान भी देश में कोई व्यक्ति भूखा नहीं सोया।
मीडिया से बातचीत के दौरान परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने अपनी पत्नी और पूर्व मंत्री स्वाति सिंह से तलाक के सवाल को टालते हुए बोले ये उन्हीं लोगों से पूछिए, हमको जानकारी नहीं है। नगर निकाय चुनाव के सवाल पर परिवहन मंत्री ने कहा की नगर निकाय चुनाव में शत प्रतिशत बीजेपी जीतेगी पिछली बार 16 में 14 नगर निगम पर जीती थी 2 सौ में से 160 नगर पालिका में बीजेपी जीती थी और इस बार नगर पंचायत में भी हम चुनाव लड़ेंगे। हम सभी 17 नगर पालिका में चुनाव जीतेंगे,2 सौ में से 2 सौ नगर निगम जीतेंगे और नगर पंचायत में भी सर्वाधिक सीट जीतेंगे। बसों की हालत को लेकर विपक्ष के नेता अखिलेश यादव के ट्वीट के सवाल पर मंत्री ने कहा की गलत ट्वीट करते हैं अखिलेश यादव,गैरेज में जा रही बस को ट्वीट किया, कोरोना काल में कोई बस नहीं खरीदी गईं,दो साल पुरानी बस से काम चलाया अब रोडवेज में नई बसें आ रही हैं।
आउटसोर्सिंग से कर्मचारी रखें जा रहे हैं, यूपी में 1 लाख गाँव में सिर्फ 12 हज़ार 2 सौ गांव हैं जहाँ हमारी बसें नहीं चलतें हैं। हम आंकलन कर रहे हैं सड़क चौड़ी हो जाएँगी तो हम ग्रामीण सेवा, अटल सेवा ला रहे हैं, हमने राजधानी सेवा शुरू की है, हमारा लक्ष्य सिर्फ बसें चलाना नहीं बल्कि लोगों को सुविधाएँ देना है , हम घाटा सहकर भी लोगों की सुविधा के लिए बसें चला रहे हैं |