गोरखपुर(जनमत):- जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में भाजपा और सपा के बीच कांटे की टक्कर की उम्मीद हर किसी को रही है. लेकिन, सपा प्रत्याशी के ऐन मौके पर नामांकन दाखिल करने नहीं पहुंचने के बाद हुए नाटकीय घटनाक्रम की वजह से भाजपा की साधना सिंह दूसरी बार अध्यक्ष बनने का मौका मिला है. गोरखपुर के आरओ/जिलाधिकारी के. विजयेन्द्र पाण्डियन ने उन्हें जीत का प्रमाण पत्र सौंपा. जीत का प्रमाणपत्र प्राप्त करने के बाद उन्होंने कहा कि विकास ही उनकी पहली प्राथमिकता होगी.यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. वीर बहादुर सिंह की बहू और कैम्पियरगंज से भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह की धर्मपत्नी साधना सिंह दूसरी बार निर्विरोध जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित हुई हैं. साधना सिंह ने वार्ड नंबर 19 कैम्पियरगंज से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीता. इसके बाद भाजपा ने अध्यक्ष पद के लिए उनके नाम की घोषणा की. उन्होंने दमखम के साथ अपनी दावेदारी पेश की. जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में भाजपा को 19 और सपा ने 20 सीटों पर जीत का दावा किया था. भाजपा ने 6 बागियों को भी अपने साथ होने की बात कही थी.
26 जून को हुए नामांकन के दिन भी खूब हंगामा हुआ. भाजपा की साधना सिंह जहां चार सेटों में पर्चा दाखिल करने के लिए पहुंचीं. तो वहीं वार्ड नंबर 11 से जिला पंचायत सदस्य को चुनाव जीतने वाली संगीता ने भी पर्चा दाखिल किया. लेकिन उनका पर्चा खारिज हो गया. वहीं सपा के प्रत्याशी आलोक कुमार गुप्ता के नाम की घोषणा के बाद से ही उनके ऊपर रेप और अस्पताल में चिकित्सकों के साथ मारपीट के आरोपों के बाद नामांकन के दिन नाटकीय ढंग से उनके नहीं पहुंचने पर सपा खेमे में खलबली मच गई.इसके बाद आनन-फानन में सपा ने जितेन्द्र यादव को प्रत्याशी घोषित कर नामांकन करने के लिए पहुंचे. लेकिन भाजपा समर्थकों के भारी विरोध की वजह से वे नामांकन दाखिल करने के लिए कलेक्ट्रेट परिसर के अंदर नहीं पहुंच सके. इसके बाद सपा के जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी और कार्यकर्ता शास्त्री चौक पर धरने पर बैठ गए. लेकिन, तब तक नामांकन का समय खत्म हो जाने की वजह से भाजपा की साधना सिंह का निर्विरोध निर्वाचन तय हो गया. 29 जून को यानी आज पर्चा वापसी के दिन जिलाधिकारी के. विजयेन्द्र पाण्डियन ने उन्हें जीत का प्रमाणपत्र सौंपा.
समर्थकों के स्वागत के बीच साधना सिंह ने कहा कि उनका कोई प्रतिद्वंदी नहीं है. शीर्ष नेतृत्व के साथ वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि उनके ऊपर विश्वास जताकर उन्हें मौका दिया गया. उन्हें अपनी जीत का पूरा विश्वास रहा है. पिछले अध्यक्ष के कार्यकाल का अनुभव उनके काफी काम आएगा. उन्होंने कहा कि काम के दौरान पता चलेगा कि कहां और कितना विकास करना है. सभी सदस्यों के सहयोग से विकास कार्यों को गति देना ही उनकी प्राथमिकता होगी..
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL..