एटा(जनमत):- अखिलेश यादव ने बीजेपी की ठंड में नींद खराब कर दी। उनके साथ उतरा जनसैलाब योगी और मोदी के साँसों को रोक चुका है।यू0पी में भाजपा की बुरे दिनों की शुरूआत हो चुकी है। ये तस्वीरें चिल्ला चिल्ला कर इस बात की गवाही दे रही है। यहां हजारो लाखों रुपये खर्च कर लाइट नहीं लगाई गई। अंधेरे में और ठंढ में जब लोगों को रोशनी नहीं मिली तो लोगों ने अपने-अपने मोबाइल की रोशनी जलाकर अखिलेश यादव को रोका और उन्हें घंटो सुना। पूरे आधे घंटे तक ये दीवानगी नहीं तो और क्या है।
रात को वो भी मोबाइल की रोशनी में अपने नेता को सुनने आये थे लोग। गांव के लोग ,सुदूर गांव के लोग ये तस्वीरें यू0पी के जनपद एटा से है। देखिये और महसूस कीजिये उत्तर प्रदेश में आ रही बदलाव की आहट को। वहीं अखिलेश यादव ने विजयरथ यात्रा के दौरान कहा कि ये जो बाबा है जो कि मुख्यमंत्री हैं ।ये मोबाइल की लाइट भी नही समझते ये लाइट कहां से आ रही है। अगर उन्हें मोबाइल दे दोगे तो एक दिन लगेगा तब पता लगा पाएंगे कि लाइट कहां से जलती है। उन्होंने कहा कि वो कहते थे कि वो नौजवानों को लैपटॉप देंगे एटा के कितने।लोगों को लैपटॉप दे दिया बाबा मुख्यमंत्री ने।वो कहते थे कि टैबलेट देंगे कितनो को भाजपा वालों ने टैबलेट दिए हैं और स्मार्ट फोन देंगे किसी को स्मार्ट फोन दिया बाबा जी ने और कभी सोचना की क्यों नहीं दिया। क्यों कि बाबा जी कम्प्यूटर चलाना ही नहीं जानते। बताओ बाबा जी कम्प्यूटर चला सकते हैं क्या।
एक बार सोचो की उत्तर प्रदेश को योगी सरकार मिले या योग्य सरकार बने। मुझे याद है एटा में सबसे बड़ा बिजली का कारखाना बनाने का कार्य शुरू हुआ था सपा सरकार में। ये उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा कारखाना होगा जब ये बनकर तैयार होगा। प्रदेश में इतने बड़े कारखाने कम है जिस तरह का कारखाना एटा में लग रहा है। यह कारखाना एटा में इसलिए बनाया गया था कि उत्तर प्रदेश को देश को सस्ती बिजली मिलेगी। अखिलेश यादव ने बीजेपी हमला करते हुए कहा कि साढे 4 साल की सरकार में भाजपा इस कारखाने को भी नहीं बना पाई। हमारी सरकार में एक कारखाने तेजी से रफ्तार से कार्य शुरू किया था। लेकिन भाजपा सरकार इसको भी नहीं बना पाई। अगर हमारी सरकार होती तो यह कारखाना बनकर तैयार हो गया होता और यहां से बिजली सप्लाई भी हो रही होती। उन्होंने कहा कि अगर हमारी सरकार आई तो हम प्रदेश के किसानों को सस्ती बिजली मुहैया कराएंगे।
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा यह जो बिजली का कार्यखाना बन रहा है इसका नाम क्या है यह समाजवादी कार्यकर्ता जानते हो और हम भी जानते हैं। लेकिन यूपी के मुख्यमंत्री से जरा पूछो कि उन्होंने इस कारखाने का नामकरण कर पाया है कि वह भी अकेले में बैठ कर कर रहे हैं।