देश–विदेश (जनमत): दुनियाभर में पर्यावरण को समर्पित यह खास दिन विश्व पर्यावरण दिवस इंसानों को प्राकृतिक वातावरण के प्रति सचेत करने के लिए मनाया जाता है, इस दिन को मनाने का मुख्य उदेश्य लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना है| पर्यावरण जलवायु, स्वच्छता, प्रदूषण तथा वृक्ष का सभी को मिलाकर बनता है, और ये सभी चीजें यानी कि पर्यावरण हमारे दैनिक जीवन से सीधा संबंध रखता है और उसे प्रभावित करता है।इसी कड़ी में ‘विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल की मण्डल रेल प्रबंधक डॉ0 मोनिका अग्निहोत्री ने मण्डल कार्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया।
मण्डल रेल प्रबन्धक ने बताया कि रेलवे एक बड़ी संस्था है और पर्यावरण को शुद्ध करने में रेलवे का विशेष योगदान रहना चाहिए। हमें प्रदूषण रहित पर्यावरण के प्रति अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जागरूक करना है। हमें पर्यावरण के लिए परस्पर संतुलन बनाकर रखना है। जिससे कि भावी पीढ़ी भविष्य के लिए पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली अपना सकें। जिसके लिए हमें अधिक से अधिक वृक्ष लगाने चाहिए और साथ ही साथ कहा कि पौधा लगाना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उसकी नियमित देखभाल भी जरूरी है।
मंडल रेल प्रबन्धक ने अपने सम्बोधन में पर्यावरण दिवस की बधाई देते हुए अपने जीवन में स्वच्छता एवं श्चिता अपनाने पर जोर दिया तथा कोरोना संक्रमण की विषम परिस्थितियों में कार्य कर रहे सभी चिकित्सा अधिकारियों एवं कर्मियों के योगदान की भरपूर सराहना करते हुए उन्हें बेहतर से बेहतर सेवाएँ रोगियों को प्रदान करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर मण्डल के सभी स्टेशनों, रेलवे अस्पतालों, कोचिंग डिपों तथा सभी रेलवे कार्यालय परिसरों में वृक्षारोपण के साथ ही साफ सफाई हेतु श्रमदान भी किया गया। इस अभियान में सभी विभागों के कर्मचारियों, सुपरवाइजरों तथा अधिकारियों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। मंडल रेलवे चिकित्सालय, बादशाहनगर, लखनऊ के सभागार कक्ष में आयोजित संगोष्ठी में विडियो कान्फ्रेन्सिंग के द्वारा मंडल रेल प्रबन्धक ने मण्डल चिकित्सालय में नवस्थापित जन उद्घोषण प्रणाली एवं आडियो विजुअल सिस्टम का उद्घाटन भी किया।
वही मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डॉ0 संजय श्रीवास्तव ने भी “विश्व पर्यावरण दिवस“ के अवसर वाह्य एवं आन्तरिक वातावरण को स्वच्छ एवं शुद्ध बनाये रखने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होने वाह्य वातावरण के सभी अंगों पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि एवं आकाश तत्वों के प्रदूषित होने के कारणों एवं उनके निराकरणों पर चर्चा की तथा आन्तरिक वातावरण को स्वस्थ एवं सुदृढ़ रखने हेतु योगाभ्यास एवं ध्यान की क्रियाओं को नियमित रूप से जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित एवं उत्साहित किया| कार्यक्रम का समापन पर अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डॉ0 कुमार उमेश ने पर्यावरण दिवस की महत्ता बताते हुए सभी को वातावरण को प्रदूषित होने से रोकने के लिए सभी संभव उपायों को अपनाने की अपील की, ताकि अपनी आने वाली पीढ़ियों को हम एक स्वच्छ, स्वस्थ एवं सुन्दर समाज प्रदान कर सकें।