एटा (जनमत) :- तुम्हारी फाईलो में शहर का मौसम गुलाबी है…पर यह आकडे झूठे है और ये दावे किताबी है… “अदम गोंडवी” की यह नज़्म प्रधानमंत्री आवास योजना के सभी दावों की हकीकत बयान करने के लिए काफी है,,,,,,, ताज़ा मामला यूपी के एटा जिले से प्रधानमंत्री आवास में हुए भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है. बताया जा रहा है कि जिले के सकीट ब्लॉक में स्थित गांव मानिकपुर में पूर्व प्रधान ने एक पात्र परिवार को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिले करीब 120000 रुपये में से ₹83000 पूर्व ग्राम प्रधान प्रवीण गुप्ता ने अपने खाते में ही ट्रांसफर कर लिए. वहीँ जब पत्र परिवार को प्रकरण की जानकारी हुई तो परिवारवालों के होश उड़ गएँ, जिसके बाद आनन-फानन में इसकी शिकायत संबधित अधिकारीयों से की गयी है.
वहीँ जब भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में आया जिसके बाद जिलाधिकारी ने तत्काल कार्यवाही करते हुए स्थलीय जांच की और जांच के बाद दोषी पायें गएँ आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही किये जाने का आदेश जारी कर दिया गया हैं। वहीँ बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत उन्हें ₹120000 आवंटित हुए थे इन रुपयों को पूर्व प्रधान प्रवीण गुप्ता ने बहला-फुसलाकर निकाल लिया और हद तो तब हो गयी जब पीड़ित के मकान को कागजो में निर्मित भी दिखा दिया गया और वास्तविकता में आज भी पीड़ित का परिवार झोपडी के सायें में ही जीवन यापन करने को मजबूर हो गया है. हालाँकि प्रशासन के द्वारा जांचोपरांत दोषियों के खिलाफ कार्यवाही किये जाने का दावा जरूर किया जा रहा है लेकिन सेक्रेटरी को राहत दिए जाने को लेकर भी प्रशासन की कार्यवाही पर सवालिया निशाँन ज़रूर खड़ा हो गया है.
Posted By :- Ankush Pal