बाँदा (जनमत):- केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध में जहां देशभर के किसान आन्दोलन कर रहे हैं। और अपनी मांगों को लेकर दिल्ली बॉर्डर पर 11 दिनों से डटे हैं, अब इस आन्दोलन को सभी विपक्षी दलों का समर्थन मिल रहा है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार से किसानों के समर्थन में पदयात्रा का ऐलान किया है। पद यात्रा के ऐलान के बाद शासन-प्रशासन सक्रिय हो गया और आज सुबह से ही बाँदा जनपद के तमाम सपाईयों को उन्ही के घरों में नजरबंद कर दिया गया है। इतना ही नहीं तमाम छोटे कार्यकर्ताओं को भी उनके घरों से उठाकर उन्हें अस्थाई जेल भेजने का काम किया गया है।
यूपी के बाँदा में आज जनपद के तमाम सपा कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को पुलिस ने उनके घरों में ही नजरबंद कर रखा है। बताया जा रहा है कि कल जिस तरह से पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किसानों को समर्थन देते हुए किसान पद यात्रा का ऐलान किया था । उसके बाद से ही पूरे उत्तर प्रदेश का जिला प्रशासन सतर्क हो गया। और समाजवादी पार्टी के इस किसान पदयात्रा को विफल करने के लिए सुबह से ही पूरे शहर में बैरागेटिंग करते हुए ।
सभी सपाईयों को नजरबंद कर दिया। बाँदा में भी सपा के पूर्व विधायक को नजरबंद रखा गया है। इतना ही नहीं शहर के सपा कार्यालय को भी पूरी तरह से सील करते हुए जिला अध्यक्ष व अन्य सपाईयों को उठा पुलिस के द्वारा अस्थाई जेल भेजने का भी काम किया गया है और जब सुबह पुलिस के द्वारा सपा के लोगों को नजरबंद करने का काम किया जा रहा था तो उस दरमियान पुलिस और सपा कार्यकर्ताओं के बीच काफी कहा सुनी भी हुई और जब प्रशासन उनकी बात नहीं माना तो सभी सपाई कार्यालय के बाहर धरने में बैठ गए।
वहीं समाजवादी के लोगों ने बयान जारी करते हुए बताया है कि जिस तरह से जिला प्रशासन हम लोगों को नजरबंद कर रहा है और जेल भेज रहा है तो क्या ये आंदोलन समाप्त हो जाएगा तो ये गलत फहमी है । क्योकि सरकार के द्वारा किये फैसले किसान हित में नही है। आज पूरे देश का किसान जागरूक है और वह भी जान चुका है कि किस तरह से हमारे साथ छलावा हो रहा है। इसलिए देश का किसान अब रुकने वाला नही है वह पूरी तरह से इस आंदोलन में सब के साथ है । इतना ही नहीं प्रदेश की तमाम राजनैतिक दल भी उनके सहयोग में लगे हैं और समर्थन में लगे हुए हैं।