गोरखपुर/जनमत 24 अक्टूबर 2024। गोरखपुर जनपद में खेती किसानी से दूर भागने लगे हैं खेतिहर किसान। शायद इसके पीछे कई कारण हो सकता है। लेकिन ज्यादातर लोगों का यह मानना है कि कभी बाढ़ से, कभी आग से, तो कभी बे मौसम की मार से, साथ ही छुट्टा पशु व जंगली जानवरों से भी अक्सर किसान परेशान रहते है।
ऊपर से फसलों में कई तरह के रोग भी लग जाते हैं। जिससे किसान छुटकारा पाने के लिए बाजार से मंहगे दामों पर खाद बीज व अन्य कीटनाशक दवाओं की खरीद करता है। गांव देहात में रहने वाले किसानों को ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर घटिया क्वालिटी का दवा व बीज बेचे जाने का अक्सर मामला प्रकाश में आता रहता है।
बतादें कि विकास खण्ड कैंम्पियरगंज के ठाकुरनगर, लालपुर, भरवलिया, लोहरपुरवा, मछली गांव, नवपार, पोवा, माधोपुर, खडखडिया आदि गांव के किसानों ने बताया कि दुकान से धान का बीज खरीद कर बोया था जिसकी रोपाई के बाद समय पूरा हो गया है। लेकिन अभी तक उसमें फल फूल नहीं लग रहा है। जबकि उसी में कुछ अन्य किस्म का धान मिक्स किया हुआ है जिसकी बाली पककर लटक गई है। इस संबंध में कोई भी कार्यवाही इन बीज बिक्रेताओं पर नही की जाती है।
REPORTED BY – KAMLESH MANI BHATT
PUBLISHED BY – MANOJ KUMAR