लखनऊ (जनमत) :- कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए पीएम मोदी ने देश भर में लॉक डाउन घोषित किया और लोगो से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति अपने घर से बाहर न निकले और ज़रूरी होने पर ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ही बाहर निकले और जल्द ही घर को वापस हो जाए. =ऐसे में उन लोगो के सामने समस्या आ रही है जो रोज कमाते खाते है ।
ऐसे लोगो की मदद के लिए उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में जहाँ एक तरफ सरकार गरीबों को खाद्य सामग्री के साथ ही कम्युनिटी किचन के माध्यम से भोजन उपलब्ध करा रही है, इसी के साथ ही इस दौरान सामाजिक संस्थाएं भी मजलूमों और गरीबो के लिए “अन्नपूर्णा” का काम कर रही है और भूखों को खाना देने के साथ ही समाज के लोगों को इस महामरी के प्रति जागरूक भी कर रही है.
इसी कड़ी में लखनऊ स्थित कई क्षेत्रो में सामाजिक संस्था “प्रयास” और इस संस्था से जुड़े वालंटियर जहाँ लॉक डाउन की शुरुवात से ही लोगो के लिए भोजन का प्रबंध कर रहें हैं और ज्यादा से ज्यादा लोगो को भोजन उपलब्ध करने के लिए दिन रात लगे हुएं हैं.
इस दौरान संस्था से जुड़े सक्रिय सदस्य अनिल पाल ने जानकारी दी की हमारा मकसद है की गरीबों को भोजन प्रदान किया जाये.जिससे इस महामारी की घडी में लोगो को भूखे पेट न सोना पडे, हालाँकि इसके लिए सरकार भी कार्य कर रही है लेकिन इस समय हमारी संस्था भी ज्यादा ज्यादा से लोगो को सहायता देने के लिए प्रयासरत है. जिससे बेसहारा और असहाय लोगो को कुछ हद तक सुकून मिल सके.
इस दौरान “प्रयास” संस्था के अध्यक्ष-गौरी शंकर गुप्ता, श्रीनिवास यादव ,सचिव, मंजीत ,कोषाधिकारी, अरविन्द वर्मा के साथ ही नीरज और पवन पाल भी उपस्थित रहें.