बलरामपुर (जनमत):- समाज में शिक्षकों का अपना योगदान होता है। एक शिक्षक समाज को गढ़ने और उसको सुदृढ़ बनाने का काम करता है। कुछ इसी तरह का उदाहरण पेश कर रही हैं उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के तुलसीपुर में स्थित कस्तूरबा आर्य बालिका इंटर कॉलेज के शिक्षिकाएं, जिनकी सराहना न केवल प्रधानमंत्री द्वारा पत्र भेजकर की गई। बल्कि उन्हें परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए सम्मानित भी दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पीठ थपथपाई जाने के बाद एक तरफ शिक्षिकाओं में नए तरह का जोश है। वही शिक्षिकाए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद भी करती नजर आती हैं।
दरअसल, बीते नवंबर माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बोर्ड परीक्षाओं के शुरू होने से पहले परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसमें देश के कोने कोने से परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए छात्र छात्राएं दिल्ली पहुंची थी। बलरामपुर जिले के कुछ छात्र भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए दिल्ली गए थे। वहीं, ऑनलाइन माध्यम से परीक्षा को कैसे एक सहज कार्यक्रम के रूप में प्रस्तुत किया जाए और छात्र-छात्राओं के बीच में परीक्षा का जो डर है, उसे कैसे खत्म किया जाए इस पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया था।
इस परिचर्चा में बलरामपुर जिले के तुलसीपुर नगर क्षेत्र में स्थित कस्तूरबा आर्य बालिका इंटर कॉलेज की 3 शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग किया था। कस्तूरबा बालिका इंटर कॉलेज में अध्यापन का कार्य करने वाली पुष्प लता मिश्रा, सविता यादव व सरिता पाल सिंह को प्रधानमंत्री द्वारा प्रशस्ति पत्र भेजते हुए एक मोमेंटम भेजा गया है। प्रधानमंत्री द्वारा सराहना मिलने के बाद से यहां की शिक्षिकाओं में एक अलग तरह का जोश देखने को मिल रहा है।कस्तूरबा आर्य बालिका इंटर कॉलेज के प्रबंधक गयादीप सिंह बताते हैं कि नवंबर माह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसका उद्देश्य यह था कि बच्चों में परीक्षाओं का कोई भय ना हो। इसी कड़ी में देश भर के तमाम विद्यालय व बच्चे इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए थे। हमारे भी विद्यालय के बच्चे और शिक्षकों ने इस कार्यक्रम में अपनी सहभागिता सुनिश्चित की थी। इसी कड़ी हमारे विद्यालय में पढ़ाने वाली तीन शिक्षिकाओं को पीएम मोदी द्वारा सम्मानित किया गया है।
वही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सम्मानित होने वाली शिक्षिकाएं बताती हैं कि एक उत्कृष्ट समाज के निर्माण में शिक्षकों का मूल चूल योगदान होता है। बच्चों में परीक्षाओं के लिए भय व्याप्त हो जाता है और वह डिप्रेशन में आ जाते हैं जिसे कम करने के लिए और उन्हें तैयार करने के लिए हर वर्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है इसी कड़ी में हमने इस परिचर्चा में सहभागिता की थी और हमने लेख, लेखन के जरिए बच्चों में जो भय व्याप्त हो जाता है। उस पर अपनी राय व्यक्त की थी। हमारे लेख को प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा न केवल सराहा गया। बल्कि इसके लिए हमें एक प्रशस्ति पत्र और एक चिट्ठी भी भेजी गई है। शिक्षिकाओं ने कहा कि प्रधानमं,त्री नरेंद्र मोदी की यह पहल बहुत ही सराहनीय है।परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के जरिए न केवल बच्चे बोर्ड परीक्षाओं से जो डरते हैं उसका भय खत्म हो रहा है। बल्कि बच्चों को नई उड़ान के लिए विस्तृत आकाश भी प्राप्त हो रहा है।
Reported By:- Gulam Navai
Posted By:- Amitabh Chaubey