लखनऊ(जनमत):- पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल द्वारा यात्री सुविधाओं के उन्नयन एवं परिचालन सुगमता हेतु मूलभूत ढ़ांचे में विस्तार के क्रम में सीतापुर-बुढ़वल रेल खण्ड के दोहरीकरण परियोजना के अंतर्गत परसेंडी-बिसवां स्टेशनों के मध्य किमी 18.18 रेल खंड का दोहरीकरण एवं 25,000 वोल्ट ए.सी क्षमता के नई विद्युतकर्षण लाइन युक्त रेल खण्ड का संरक्षा परीक्षण रेल संरक्षा आयुक्त, पूर्वी परिक्षेत्र, मोहम्मद लतीफ खान द्वारा सम्पन्न किया गया।
निरीक्षण के दौरान पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) राजीव कुमार, मंडल रेल प्रबन्धक लखनऊ डॉ0 मोनिका अग्निहोत्री, मुख्य इंजीनियर ए के सिंह, मुख्य विद्युत वितरण इंजीनियर ओ.पी.सिंह, मुख्य सिगनल इंजीनियर ए.के.वर्मा समेत निर्माण संगठन के अधिकारी उपस्थित थे। रेल संरक्षा आयुक्त ने सर्वप्रथम परसेंडी रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान दोहरीकृत एवं विद्युतीकृत रेल खण्ड के मानक के अनुरूप यार्ड प्लान, न्यूट्रल सेक्शन, स्टेशन वर्किंग रूल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रासिंग, सिगनलिंग ,बर्थिंग ट्रैक बैलास्ट, ओवर हेड ट्रैक्शन की ऊँचाई ,फाउलिंग मार्क, पैनल इन्टरलॉकिंग तथा नियंत्रण फीडर आइसोलेशन आदि की संरक्षा परखी ।
इसके पश्चात रेल संरक्षा आयुक्त अधिकारियों के साथ परसेंडी-रमईपुर रेल खण्ड स्टेशनों के मध्य दोहरीकरण एवं विद्युतीकृत के निमित्त बनी नई लाइन के संरक्षा परीक्षण हेतु रवाना हुए। इस दौरान परसेंडी-रमईपुर स्टेशनों के मध्य इंटरलॉक समपार फाटक सं075 सी एल डब्ल्यू आर संख्या 16 , सेज संख्या 37 एवं 38 के निरीक्षण के पश्चात मेजर ब्रिज संख्या 112 तथा माइनर ब्रिज संख्या 116 , पॉइंट नंबर 201 ए का संरक्षा निरीक्षण किया तथा दोहरीकृत/विद्युतीकृत रेल खण्ड की कार्य प्रणाली के अनुरुप सभी गेट मैनो की कार्यशीलता एवं सजगता को परखा।
इसके पश्चात रेल संरक्षा आयुक्त ने रमईपुर रेलवे स्टेशन पहुचने पर दोहरीकृत/विद्युतीकृत मानकों के अनुरूप विद्युत कर्षण लाइन फिटिंग्स, ओवर हेड ट्रैक्शन लाइन की मानक ऊँचाई, समपार फाटकों से उचित दूरी, स्टेशन अधीक्षक कार्यालय, पैनल रूम, रिले रूम तथा स्टेशन वर्किंग रुल के अपडेशन, स्टेशन यार्ड आदि का व्यापक निरीक्षण किया और संरक्षा के सभी बिन्दुओं को परखा ।
अगले चरण में रेल संरक्षा आयुक्त ने रमईपुर-बिसवां स्टेशनों के मध्य पर इंटरलॉक समपार संख्या 65 सी, कर्व संख्या 19 का झुकाव मापा तथा माइनर ब्रिज सं0 104 पर पहुंचने पर संरक्षा संबंधी बिंदुओं को देखा। नॉन इंटरलॉक गेट संख्या 59 सी पर गेट मैन की कार्यशीलता एवं सजगता को परखा तथा पॉइंट्स एवं क्रॉसिंग्स, रेलवे लाइन फिटिंग्स, सिग्नल, तथा मानकों के अनुरूप विद्युत कर्षण लाइन का गहन निरीक्षण किया। तदुपरान्त रेल संरक्षा आयुक्त ने बिसवा रेलवे स्टेशन पहुचने पर विद्युत कर्षण लाइन फिटिंग्स, ओवर हेड ट्रैक्शन लाइन की मानक ऊँचाई, रेल खण्ड के मानक के अनुरूप पैनल रूम, यार्ड प्लान, न्यूट्रल सेक्शन, स्टेशन वर्किंग रूल, पैदल उपरिगामी पुल, प्लेटफार्म क्लियरेंस, पॉइंट क्रासिंग, सिगनलिंग ,बर्थिंग ट्रैक बैलास्ट, ओवर हेड ट्रैक्शन की ऊँचाई ,फाउलिंग मार्क, पैनल इन्टरलॉकिंग, आदि की संरक्षा परखी ।
निरीक्षण के उपरान्त अधिकतम गति से दोहरीकृत विद्युत लाइन पर विद्युत इंजन युक्त स्पेशल ट्रेन से रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा बिसवां-परसेंडी के मध्य गति परीक्षण सफल रहा। इस दौरान सीआरएस स्पेशल ने 120 किमी प्रति घंटे की उच्चतम गति से बिसवां- परसंडी स्टेशनों की दूरी मात्र 14 मिनटों में तय की । आम जनता से अपील की जाती है कि आज से इस रेलखण्ड को दोहरीकृत एवं विद्युतीकृत समझें और नए विद्युतीकृत रेलवे ट्रैक तथा ओवर हेड लाइन से सुरक्षित दूरी बनाये रखें ।
इस अवसर पर लखनऊ मण्डल के वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर/समन्वय, वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबंधक, वरिष्ठ मण्डल संरक्षा अधिकारी, वरिष्ठ मण्डल इंजीनियर/।।, वरिष्ठ मण्डल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर, वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर/सा0, वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर (टीआरडी), वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर/ऑपरेशन ,वरिष्ठ मण्डल विद्युत इंजीनियर/सामान्य, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (समाडी)एवं अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। उक्त जानकारी जन संपर्क अधिकारी पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ के द्वारा प्राप्त हुई|
Posted By:- Amitabh Chaubey