राजा भैया ने विपक्षी पार्टियों पर साधा निशाना

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जालौन(जनमत):- उत्तर प्रदेश के जनपद जालौन की माधौगढ़ विधानसभा के अपनी पार्टी जनसत्ता लोकतांत्रिक दल के प्रत्याशी ब्रजेश चन्द्र राजावत के समर्थन में कोंच के एसआरपी इंटर कॉलेज के ग्राउंड में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुये रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया ने बुंदेलखंड को अपना ननिहाल बताते हुये कहा कि बुंदेलखंड की परम्परा है जहाँ पर भांजों का बहुत सम्मान किया जाता है इस नाते इस बार उनकी पार्टी के प्रत्याशी को विजयी बनाने के लिये जनता से मांगा आशीर्वाद और कहा कि उनकी पार्टी आपकी पार्टी है अब यहाँ के लोगों को किसी किरायदार की तरह किसी और पार्टी मे जाने की आवश्यकता नहीं है अगर उनके प्रत्याशी से कोई गलती हो जाती है तो उनका बुंदेलखंड लगातार आना जाना रहता है आप सीधे मुझ से शिकायत कर सकते है कितने राष्ट्रीय अध्यक्षों से आप मिल सकते है यह कहकर आम जनता से मांगे वोट।

बता दे कि जालौन की माधौगढ़ विधानसभा के एसआरपी इंटर कॉलेज में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करने पहुंचे जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया ने बुंदेलखंड को अपना ननिहाल बताते हुए कहा कि बुंदेलखंड की परंपरा है जहां पर भाइयों का बहुत सम्मान किया जाता है इस नाते इस बार उनकी पार्टी के प्रत्याशी को विजई बनाने के लिए जनता से आशीर्वाद मांगा। वहीं उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि विपक्षी पार्टियों को सिर्फ पश्चिम के किसान देखते हैं बुंदेलखंड और अवध की किसानों  का यह पार्टियां ध्यान नहीं रखती है आगे उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी की नही बनी सरकार दो कार्यकर्ताओं से बात करके पार्टियों को समर्थन देंगे वहीं उन्होंने सपा और भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दोनों पार्टियां अपनी भाषा की मर्यादा बनाए रखें।

वहीं उन्होंने बताया कि अभी तक मेरी पार्टी के 19 प्रत्याशी घोषित किए जा चुके हैं और कोविड-19 प्रोटोकॉल के कारण यात्रा करने में बाधा है हवाई जहाज और हेलीकॉप्टर नहीं है इसलिए हर जगह सड़क मार्ग से ही जाना हो रहा है तो अभी नहीं कह सकते कि कितने प्रत्याशी और घोषित होंगे लेकिन जहां ठोस और अच्छी स्थिति में प्रत्याशी हैं वहीं पर प्रत्याशी उतारे जा रहे हैं इस दौरान उन्होंने स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर भी दुख जाहिर किया और कहा कि स्वर कोकिला की कोई भी जगह नहीं ले सकता वसंत ऋतु में स्वर कोकिला का जाना निश्चित ही कष्टकारी है।

Posted By:- Amitabh Chaubey

Reported By:- Vishnu Pandey