सोनभद्र (जनमत):- उत्तर प्रदेश के जनपद सोनभद्र में कोविड-19 के बढते संक्रमण के प्रभाव और उपचार हेतु आवश्यक आक्सीजन सिलेण्डरो की उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने के बाबत् जिलाधिकारी सोनभद्र द्वारा करहिया-अनपरा स्थित निजी आक्सीजन प्लांट का निरीक्षण किया गया। जिसमे प्लांट के स्वामी व सम्बन्धित कर्मचारियो द्वारा अवगत् कराया गया कि प्लांट मे दो तकनीको से आक्सीजन बनाई जाती है। जिसमे एक लिक्विड आक्सीजन आधारित प्लांट है तथा दुसरा कम्प्रेशर द्वारा संचालित मशीन के माध्यम से विभिन्न प्रक्रियाओ के बाद वायुमण्डल से आक्सीजन लेकर उसे सिलेण्डरो मे भरा जाता है। वर्तमान मे लिक्विड आक्सीजन की उपलब्धता नही होने के कारण लिक्विड आक्सीजन आधारित तकनीक से आक्सीजन सिलेण्डरो की रिफिलिंग नही हो पा रही है। जबकि बिजली की समुचित उपलब्धता नही होने के कारण वर्ष 2014 से ही कम्प्रेशर आधारित तकनीक से आक्सीजन सिलेण्डरो की रिफिलिंग बन्द है।
आपको बतादें कि विगत छः वर्षो से बन्द पड़े कम्प्रेशर आधारित तकनीक से आक्सीजन सिलेण्डरो की रिफिलिंग शुरु कराये जाने हेतु प्लांट का अनुरक्षण शीघ्रता-शीघ्र करते हुये आक्सीजन सिलेण्डरो की रिफिलिंग सुनिश्चित कराये जाने हेतु प्लांट संचालक को जिलाधिकारी द्वारा 24 घंटे बिजली आपूर्ति का आश्वसन दिया गया और हर स्तर पर सहयोग किये जाने के संकल्प को बताया गया। प्लांट संचालक द्वारा प्लांट से जुडे मैकेनिक्स को अनपरा भेजा गया व उनके द्वारा 22 अप्रैल, 2021 से प्लांट का अनुरक्षण व उसमे आई कमियो को सुधारने का कार्य प्रारम्भ किया गया।
जिलाधिकारी महोदय द्वारा शीघ्रता-शीघ्र अनुरक्षण पूर्ण व आई खराबियो को दुर करते हुये युध्द स्तर पर आक्सीजन सिलेण्डरो की रिफिलिंग प्रारम्भ करने व बिजली विभाग के सम्बन्धित अधिकारियो को प्लांट मे निर्बाध बिजली आपुर्ति सुनिश्चित करने हेतु हिन्डाल्को रेनुकुट तथा रेनुसागर प्रबन्धन को आक्सीजन प्लान्ट के अनुरक्षण व आई खराबियो को दुर करने हेतु अपने इंजिनियरो व कर्मचारियो की सेवाए उपलब्ध कराये जाने का निर्देश दिया गया। उसी दिन आयुक्त महोदय ने प्लांट के पी एन प्रसाद जी से फ़ोन पर वार्ता कर प्रशासन द्वारा पूरी मदद किये जाने की बात कही तथा इस हेतु जनपदीय अधिकारियों को निर्देश दिया गया। जिसके तहत प्लांट के वर्षो तक बन्द होने के कारण खराब हो चुके कुलिंग कम्प्रेशर को बदला गया परन्तु बदले गये नवीन कम्प्रेशर के भी महज एक घंटे मे ही खराब हो गया।
पुनः प्रशासन के स्तर पर नवीन कुलिंग कम्प्रेशर उपलब्ध कराया गया परन्तु प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराया गया कम्प्रेशर भी महज दो घण्टे मे जल गया। ऐसी परिस्थिति मे अनपरा व आस-पास के क्षेत्र से दो पुराने कुलिंग कम्प्रेशरो को प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराया गया परन्तु वह भी नही चला। इसके बाद हिन्डाल्को रेनुसागर द्वारा एक कम्प्रेशर लाया गया व उनके विशेषज्ञो की देख-रेख मे लगाया गया जो काफी प्रयास के बाद कुलिंग करने लगा व क्रियाशील हो गया। कुलिंग कम्प्रेशरो मे आ रहे खराबियो को देखते हुये प्लांट के साथ पुर्व मे लगे कुलिंग कम्प्रेशर व उसके माडल का ओपन कम्प्रेशर व सम्बन्धित पार्ट्स नई दिल्ली से वायु मार्ग से बनारस तथा बनारस से विशेष वाहन से अनपरा प्लांट तक प्रशासन द्वारा मंगवाया गया।
प्लांट के प्रबन्धन द्वारा अवगत् कराया गया कि प्लांट के पुर्णतः अनुरक्षण व आक्सीजन रिफिलिंग की स्थिति मे लाने हेतु विशेषज्ञ की आवश्यकता होगी जिसके क्रम मे आक्सीजन प्लांट से सम्बन्धित विशेषज्ञो से सम्पर्क स्थापित कर प्रशासन द्वारा विशेष वाहन से कानपुर से अनपरा बुलवाया गया। प्लांट विशेषज्ञो के आने के पश्चात प्लांट का ट्रायल रन किया गया जिसमे कुछ त्रुटिया आ गई। जिसका सुधार कर अन्ततः प्लांट को अन्तिम रुप से उत्पादन हेतु तैयार कर लिया गया। जिसके पश्चात कुलिंग व डिफ्रोस्टिंग कि प्रक्रिया पुर्ण कर 02 मई, 2021 से समय 01 बजे से उक्त प्लांट मे आक्सीजन सिलेण्डरो की रिफिलिंग प्रारम्भ कर दी गई है।
इस सम्बंध में उपजिलाधिकारी-दुध्दी रमेश कुमार ने बताया कि आक्सीजन प्लांट के निर्बाध रुप से संचालन हेतु आवश्यक सभी पार्ट्स व कुलिंग कम्प्रेशर की वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है ताकि किसी भी प्रकार की पार्ट्स की आवश्यकता व कुलिंग में दिक्कत न हो। डीएम के दिशा-निर्देश के क्रम मे प्लांट का अनुरक्षण, पार्ट्स को बदल कर आक्सीजन सिलेण्डरो की रिफिलिंग 10 दिवस के भीतर रिकार्ड समय मे पुर्ण की गयी है। इस महत्वपूर्ण कार्य मे हिंडाल्को रेनुसागर की इंजीनियरिंग टीम , श्री संत तीर्थ पटेल जी ,प्लांट के स्टाफ और स्थानीय दुकानदार और जन द्वारा हर समय सहयोग किया गया। जिसके लिए जिला प्रशासन आप सभी का हृदय से आभार व्यक्त करता है ।