गोरखपुर (जनमत) :- गोरखपुर मुख्यालय से एक किलोमीटर दूरी पर स्थित डोमिनगढ़ का इलाका हर साल मानसून के आते ही पानी में डूब जाता है और लोगो को घरों में कैद होने को मजबूर कर देता है, रोहिणी नदी का पानी मानसून की दस्तक के साथ ही अपने आवेश में आने लगता है, और धीरे-धीरे इस पूरे रास्ते को अपनि आगोश में लेकर जलमग्न कर देता है, जिससे लोगों का आवागमन पूरी तरह से बाधित हो जाता है, और मजबूरन लोग रेलवे ट्रैक का सहारा लेते हैं, ऐसे में आए दिन रेलवे ट्रैक पर गुजरने के दौरान कई हादसे भी होते हैं, और कई लोग अपनी जान गवा देते हैं,
इलाके में पानी रास्तों के साथ ही मुख्य मार्गो को भी चपेट में लेता जा रहा है और लोग इसी रास्ते से होकर आवगमन को को मजबूर है, लेकिन आने वाले दिनों में इन मार्गो पर चलना दूभर हो जाएगा और यह इलाका जलमग्न हो जाएगा. आजादी से लेकर अब तक यहा के लोग कई सालों से धरना प्रदर्शन भी करते रहे है, सरकार को नींद से जगाने के लिए प्रयास भी करते रहे हैं, लेकिन हर बार इनका प्रयास असफल रहता है, और एक बार फिर अब इस मौसम की मार और रोहणी की त्रासदी झेलने को यह ग्रामीण मजबूर है, तकरीबन 52 गांव के 40 से 50 हजार लोग इससे हर साल प्रभावित होते हैं जिनकी तरफ न प्रशासन मदद का हाथ बढ़ा रहा है और न ही सरकार इनकी परेशानी को गंभीरता से देख रही है.
Posted By- Ankush Pal
Correspondent,Janmat News.