फतेहपुर (जनमत):- ख़बर उत्तर प्रदेश के जनपद फतेहपुर से है | जहाँ केंद्रीय मंत्री ने अखिलेश पर तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश जरा भी रामचरित्रमानस या मर्यादा पुरषोत्तम भगवान राम पर आस्था रखते हैं तो स्वामी प्रसाद मौर्या के तरफ से खुद को माफी मांगना चाहिए और स्वामी प्रसाद मौर्या को बाहर निकालना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री ने कहा की जिनको आध्यात्मिक शास्त्रों के बारे में समझ न हो उन्हे बोलना नहीं चाहिए,रामचरित्रमानस एक ऐसा ग्रंथ है | जो हम लोग को आपसी समरसता सिखाता है , सबसे पहले आपसी समरसता किसी ने स्थापित किया था |
वह भगवान राम ने की थी,अयोध्या से निकलने के बाद सभी समाज के लोगों को साथ में चल,लंका पर जीत हासिल किया वह अयोध्या वासी नहीं था,यही समाज के लोग थे जिन्हे जोड़कर अयोध्या में विजय प्राप्त की थी |