हरदोई (जनमत):- खबर उत्तर प्रदेश के जनपद हरदोई से है| जब मुश्किलें सामने आती हैं तो आदमी अपना रास्ता खुद बना लेता है। कुछ ऐसा ही किया है हरदोई के आशानगर की सावित्री देवी ने। 60 साल के ऊपर की उम्र और कबाड़ बीनकर रिक्शा चलाकर अपना और अपने पति का भरण पोषण करने वाली महिला के जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है।
रात में अक्सर बुजुर्ग महिला द्वारा खुद ही रिक्शा चलाकर अपने ही रिक्से से कुछ सामान ले जाते देखकर लोग हैरान हो जाते है।आप भी सुनकर थोड़ा हैरान जरूर हो जाएंगे क्योंकि हौसला बुलंद महिला रिक्शा चलाकर कबाड़ बीनकर अपने और अपने पति का पेट पालती है। गरीबी से परेशान सावित्री ने कुछ करने का फैसला किया और कबाड़ बीनकर रिक्शा खरीद लिया और अब वह इससे कमाकर अपना खर्च चलाती है।
सावित्री ने बताया कि रिक्शा चलाना उसकी मजबूरी है।बताया कि उसके दो बेटियां है दोनो की शादी हो गयी।ऐसे में उनके पति की भी हालत ठीक नही तो गरीबी के कारण जब परिवार चलाने में दिक्कतें आने लगी तो हमें यह कदम उठाना पड़ा। उनका कहना है कि वह दिन भर में करीब 3 से 4 सौ रूपये कमा लेती है।लोगों का कहना है कि यह देख कर अच्छा लगता है कि एक महिला अपने हौसले के दम पर अपना रास्ता चुन कर आज अपने परिवार के लिए सहारा बनी हुई है।
Posted By:- Amitabh Chaubey
Reported By:- Sunil Kumar