लखनऊ(जनमत):- एक कार और फॉरेंसिक लैब की जाँच रिपोर्ट ने ऐसे रहस्य को उजागर कर दिया जिसे जानकर आप हैरान हो जायेंगे। हैरान भी इसलिए होंगे क्योकि आप की लक्जरी गाड़ी चोरी कर कश्मीर से लेकर पूर्वी भारत तक बेचीं जा रही थी। इस गोरखधंधे को इस तरह से योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया जा रहा था कि किसी को भी शक न हो। हालांकि लखनऊ के चिनहट में मिली एक आई – 20 कार ने न सिर्फ गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया बल्कि बीएमडब्लू समेत 50 लक्जरी गाड़िया भी पुलिस को बरामद हो गई। पुलिस ने पांच शातिर बदमाशों को भी गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में एक आरोपी नासिर खान भोजपुरी फिल्मो का कलाकार है तो दूसरे आरोपी रिज़वान का बैंकाक में होटल है।
दरअसल लखनऊ की चिनहट पुलिस मटियारी चौराहे पर चेकिंग अभियान चला रही थी। तभी पुलिस को देखते ही आई – 20 कार सवार गाड़ी छोड़ फरार हो गए। पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर जब शुरू की तो कई चौकाने वाले जानकारी हाथ लगी। कार का रजिस्ट्रशन कैसरबाग निवासी नासिर खान के नाम का था और मॉडल नंबर 2013 था। मॉडल नंबर तो पुराना था लेकिन कार नई थी। यही वजह थी कि चिनहट पुलिस को शक हुआ और उसने अपने बड़े अधिकारियों को इसकी जानकरी दी। बाद में बड़े अधिकारियों की सहमति पर कार की फोरेंसिक जांच हुई तो एक केमिकल न सारे रहस्य से पर्दा उठा दिया। दरअसल फॉरेंसिक विभाग की टीम ने जब गाड़ी की चेचिस नंबर पर केमिकल डाला तो गाड़ी का असली चेचिस नंबर उभर का सामने आ गया। बाद में जाँच ने रफ़्तार पकड़ी तो न सिर्फ पांच आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गए बल्कि पार्किंग में छिपाकर खड़ी की गई बीएमडब्लू समेत 50 लक्जरी गाड़ियां भी बरामद हो गई।
बरामद गाड़ियों की कीमत तकरीबन पांच करोड़ रूपये बताई जा रही है। पांचो आरोपियों से अलग – अलग पूछताछ हुई तो गिरोह के कारनामों की परत दर परत खुलनी शुरू हो गई। दरअसल आरोपी कंडम घोषित की जा चुकी गाड़ियों को पेपर के साथ खरीद लेते थे। बाद में खरीदी गई गाड़ी के रंग की गाड़ी को आरोपियों द्वारा विभिन्न जगहों से चोरी की जाती थी। चोरी की गाड़ी का चेसिस नंबर बदलवाने के बाद आरोपियों द्वारा चोरी की गाड़ियों को देश के अलग – अलग राज्यों के साथ ही पडोसी देश नेपाल भी बेचा जाता है। यह एक ऐसा गिरोह था जिसके अरोपी बेहद शातिर है। चोरी के इस गोरखधंधे को अंजाम देने के लिए पूरी तरह से तकनीकी का इस्तेमाल किया जा रहा था ।
पुलिस कमिश्नर सुजीत पान्डेय ने बताया कि खुद की भूमिका को छिपाने के लिए पार्टी ए से पार्टी – बी को गाड़ी बेचीं जाती थी। सुजीत पाण्डेय का मानना है कि जाँच के बाद गिरोह की बड़ी मछली पकड़ी जा सकती है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हुसैनाबाद निवासी रिज़वान, मॉडल हाउस निवासी नासिर खान उर्फ छोटी पुलिस, कानपुर निवासी श्याम जी जायसवाल, कृष्णानगर निवासी विनय तलवार और खदरा निवासी मोइनीद्दीन उर्फ पप्पू खान के रूप में हुई है। आरोपियों में नासिर खान भोजपुरी फिल्म कलाकार है और अब तक वह तीन फिल्मो में काम भी कर चुका है। नासिर एक फिल्म में कोतवाल की भूमिका भी निभा चुका है। हालांकि असल ज़िंदगी का यह खलनायक निकला।
Posted By:- Amitabh Chaubey