बलरामपुर (जनमत):- अनलॉक-1 के तहत जारी गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए सभी धार्मिक स्थलों को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। सोमवार को दर्शनार्थियों के लिए खुले उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध 51 शक्तिपीठों में एक देवीपाटन की व्यवस्था पर पूरे प्रदेश की निगाहें टिकी हुई हैं। यह शक्तिपीठ गोरक्षपीठ गोरखपुर के अधीन संचालित हो रहा है। यहां के संरक्षक सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं। शक्तिपीठ देवीपाटन भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के तुलसीपुर तहसील मुख्यालय से सटे देवीपाटन गांव में स्थापित है।
यहीं पर माता पार्वती का वाम स्कंध पट सहित गिरा था। मान्यता है कि गर्भ गृह में स्थापित मां पाटेश्वरी के दर्शन करने से श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। लंबे अरसे के बाद श्रद्धालुओं के लिए मंदिर जब खोला गया तो लोगों के अंदर काफी उत्साह दिखाई दिया। भोर से ही श्रद्धालु मंदिर पर दर्शन करने के लिए पहुंच रहे थे। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं ने मुंडन संस्कार कराने के बाद बाल देवी को बाल चढ़ाकर दर्शन किया। मनोकामना पूर्ण होने पर शीतला माता के स्थान पर नारियल चढ़ाया। महंत मिथिलेशनाथ योगी ने बताया कि अनलॉक-1 के लिए जारी गाइडलाइन का अनुपालन पूरी तरह से कराया जा रहा है।
मंदिर के बाहरी गेट पर सभी आने वाले श्रद्धालुओं की थर्मल स्कैनिंग व हैंड सैनिटाइजेशन के बाद प्रवेश दिया जाता है। सोशल डिस्टेंसिग का पूरा ख्याल रखते हुए श्रद्धालुओं को दर्शन करने की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। यह भी ख्याल रखा जा रहा है कि स्वच्छता के साथ श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की परेशानी न हो। सफाई व्यवस्था के लिए नगर पंचायत की ओर से सफाई कर्मी तथा सुपरवाइजर तैनात किए गए हैं जो मंदिर खुलने से लेकर बंद होने तक लगातार अपनी सेवा दे रहे हैं।
Posted By:-Gulam nabi