प्रतापगढ़ (जनमत):- किन्नर एक महिला को डरा – धमकाकर उसके साथ तकरीबन ढेड़ साल से दुराचार कर रहा था। सुनने में अजीब ही लग रहा होगा कि एक किन्नर कैसे महिला का बलात्कार कर सकता है। लेकिन यह हक़ीक़त है। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक महिला ने जब किन्नर पर बलात्कार का आरोप लगाया तब जाकर किन्नर की पोल खुली। दरअसल पट्टी कोतवाली के उडैयाडीह इलाके में 5 किन्नरों ने खाना बनाने के लिए एक महिला को नौकरी पर रक्खा था। महिला खाना बनाने के साथ ही किन्नरों के घर में रहती भी थी।
अचानक एक दिन महिला ने एक किन्नर पर डेढ़ साल से जबरन बलात्कार का आरोप लगाया तो पांच में से एक किन्नर की पोल खुल गई। पांच किन्नर में 4 तो असली किन्नर थे लेकिन एक किन्नर के रूप में असली मर्द था। यही शख्स किन्नरों के साथ अपनी पहचान छिपाकर रहता रहा और महिला से जबरन बलात्कार भी करता रहा। असली किन्नरों को भी इस बात का पता तब चला जब महिला ने उस पर बलात्कार का आरोप लगाया। नकली किन्नर की हकीकत सामने आने के बाद पीड़ित महिला और असली किन्नर आरोपी को पकड़कर कोतवाली ले गए। इससे पहले असली किन्नरों ने नकली किन्नर की खूब पिटाई की और नंगा कर उसका विडिओ भी बनाया। आरोप है कि बहरूपिए किन्नर पर कार्रवाई की जगह पुलिस उसपर मेहरबान रही।
इसी बीच पुलिस की लापरवाही का फायदा उठाकर आरोपी नकली किन्नर पुलिस के सामने ही फरार हो गया। आरोपी के फरार होने पर पीड़ितों ने कोतवाली में ही जमकर हंगामा भी किया। बहरूपिया किन्नर इश्तियाक सुल्तानपुर का रहने वाला है । पुलिस की लापरवाही की खबर जब आरएसएस के नेता आचार्य विष्णु तिवारी को लगी तो उन्होंने भी पुलिस से आरोपी पर कार्रवाई करने की बात कही। हालांकि किन्नर तो फरार हो चुका था। यह जरूर था कि पुलिस फरार किन्नर को पड्कने की बात कहती रही। पुलिस की कार्यशैली से किन्नरों के साथ ही आरएसएस के नेता भी बेहद नाराज़ थे।
Posted By:-Vikas Gupta