लखनऊ (जनमत):- भोले बाबा का जलाभिषेक कर उनके दर्शन के लिए राजधानी लखनऊ के शिव मंदिरों में भोर होते ही भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। यहाँ के मनकामेशवर मंदिर की बात की जाये तो भोले के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ देर रात से ही जुटनी शुरू हो गई थी। शिव भक्तों को किसी भी तरह की कोई असुविधा न हो इसके लिए मनकामेश्वर मंदिर प्रबंधन की ओर से ख़ास इंतजाम किये गए थे इसके अलावा मंदिर के कपाट भी देर रात से हो खोल दिए गए थे।
शिव दर्शन के लिए महिला भक्तों की भी यहाँ लम्बी कतार लगी हुई थी। श्रद्धा और आस्था के इस कुम्भ में भगवान भोले की आराधना करने के लिए भक्तगणों ने भी विशेष इंतजाम किये हुए थे। इनमे शिवलिंग के जलाभिषेक के लिए गंगाजल, दूध, बेलपत्र भांग और धतूरा चढाने के लिए लम्बी कतार में लगे शिव भक्तो का उत्साह भी देखते ही बन रहा था। इस मौके पर मनकामेश्वर मंदिर की महंत दिव्या गिरीं ने बताया कि भगवान भोले ही एक मात्र ऐसे देवता है जो बिना किसी आडम्बर के है और इनकी पूजा भक्तगण एक लोटे जल से भी कर सकते है।
महंत ने बताया कि लखनऊ की जीवनदायिनी गोमती नदी के जल का काफी महत्त्व है इसीलिए गोमती नदी का जल अवश्य चढ़ाये। महाशिवरात्रि हिन्दुओं का एक प्रमुख त्यौहार है और यह भगवान शिव का प्रमुख पर्व है। फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि सृष्टि का प्रारंभ इसी दिन से हुआ था। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन सृष्टि का आरम्भ अग्निलिंग के उदय से हुआ।
इसी दिन भगवान शिव का विवाह देवी पार्वती के साथ हुआ था। साल में होने वाली 12 शिवरात्रियों में से महाशिवरात्रि सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। लखनऊ, उत्तर प्रदेश और भारत समेत पूरी दुनिया में महाशिवरात्रि का पावन पर्व बहुत ही उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है।
Posted By:- Amitabh Chaubey