कौशाम्बी (जनमत) :- देश के प्रधानमंत्री जंहा ओलम्पिक में देश के लिए मेडल लाने वाले खिलाड़ियों से बात करके देश के लिए मेडल लाने पर शाबासी देते नहीं थके और बेटियों कि क़ाबलियत की बदौलत ही इस ओलिंपिक में पूरी दुनिया ने अपना लोहा मनवाया है. वही उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी में शूटिंग में जिला स्तर से लेकर राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओ में मेडल पाने वाली बेटी जागृति मौर्य के परिवार कि आर्थिक स्थिति ठीक न होने के चलते रायफल के अभाव में मायुश हैं और जनप्रतिनिधियों से सूटिंग में इस्तेमाल होने वाली रायफल के लिए फरियाद लगा रही है ।
दरअसल कौशाम्बी जिले के धुमाई गाव में रहने वाली जागृति ने स्टेट लेबल पर गोल्ड मेडल जीता ।गोल्ड मेडल जीतने के बाद से जागृति में नेशनल के लिए 2 बार प्रयास किया 2019 में जागृति का चयन राष्ट्रीय रायफल सूटिंग में हो गया लेकिन ओपन एयर रायफल न होने की वजह से काबिलियत और प्रतिभा होते हुए पैसो के अभाव बेटी अपनी किस्मत को लेकर मायूस है. आपको बता दे कि जगृति के पिता की माली हालत कमजोर होने के चलते पिता सूबे के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य से मिलकर अपनी बेटी की ट्रेनिग और ओपन एयर रायफल के लिए फरियाद लगा रहें हैं, और उम्मीद जाता रहें हैं की सरकार उनकी मदद ज़रूर करेगी. अब देखना ये होगा की जाग्रति की प्रतिभा रायफल के अभाव में दम न तोड़ दे.
PUBLISHED BY:- ANKUSH PAL…
REPORTED BY:- RAHUL BHATT…