सीतापुर(जनमत):- कोविड-19 महामारी के चलते इस समय जिला चिकित्सालय व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ओपीडी कम होने से झोलाछाप डॉक्टर सीतापुर में फल-फूल रहे हैं जिसमें ना तो डिग्री है नाही रजिस्ट्रेशन करा रखा है और गरीब भोली भाली जनता को मूर्ख बना कर उनकी जेब पर डाका डाल रहे हैं।
कोविड 19 के प्रोटोकॉल जो शासन ने लागू किया है उसके तहत कोई भी मानको अनदेखी कर धड़ल्ले से संचालित करते नजर आ रहे हैं ताजा मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कसमंडा और परसेंडी का है जहां पर कुंवर गड्डी में बंगाली डॉक्टर मरीजों का उपचार कर रहे थे और मरीज को ड्रिप लगाकर ग्लूकोज चढ़ रहा था.
वही ग्लूकोस की बोतल खत्म होने के बाद मरीज स्वयं ड्रिप निकाल रहा था तस्वीरों में आप साफ तौर देख सकते हैं कि कसमंडा के और गड्डी में किस प्रकार झोलाछाप डॉक्टर फल फूल हैं दूसरी तरफ परसेंडी के माघपुर में कमरुद्दीन अंसारी उर्फ राधे जुल्फकार नाम के झोल छाप डॉक्टर धड़ल्ले से सीजर ऑपरेशन और डिलीवरी तक कराते हैं मगर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी कान में जू तक नहीं रेंगता है वही जनता झोलाछाप डॉक्टरों के जाल में फंस कर कंगाल हो जाते हैं जब इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने फोन तक रिसीव नहीं किया।
Posted By:- Ankush Pal
Reported By:- Anoop Pandey, Sitapur.