अयोध्या (जनमत):- रामनगरी में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण और धार्मिक नगरी को अंतर्राष्ट्रीय सिटी के रूप में बनाए जाने की योजना प्रदेश सरकार की है ऐसे में शिक्षा जगत भी अयोध्या के राम राज की कल्पना में अहम भूमिका निभाएगी जिसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा एक श्री राम विश्वविद्यालय की स्थापना करने जा रही है जिसमें भगवान श्री राम के संस्कृति रामायण व अन्य ग्रंथों पर शोध करने का साधन भी उपलब्ध होंगे। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने जानकारी दी है कि इस विश्वविद्यालय की निजी करण क्षेत्र को शामिल किया जा रहा है|
जिसके लिए लोगों को आमंत्रित भी किया गया है। दरअसल अयोध्या में चल रहे 11 दिवसीय अयोध्या महोत्सव के समापन कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने हनुमानगढ़ी कनक भवन के साथ अस्थाई मंदिर में विराजमान भगवान श्री राम लला का दर्शन किया दर्शन के बाद उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहां कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम के जन्म स्थान के दर्शन करने का जो भाग्य में प्राप्त हुआ है आज अयोध्या महोत्सव के लिए अयोध्या आना था जहां आकर आज मन आहलादित है।जिसकी कल्पना हम लोगों ने अपने बचपन में की थी और जोर से नारा लगाते थे कि राम लला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे और अभी जब रामलला के दरबार में पहुंचा तो उनसे यही कहने का मन यही कहने का मन कर रहा हो कि रामलला हम आ गए और जब मंदिर की खुद ही नींव को देखा तो पूरा मन खुश हो गया।
वही अयोध्या में भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर का शहर बनकर आए।जिस प्रकार से मुख्यमंत्री ने अयोध्या की कल्पना की है कि चारों तरफ पुलों, निर्माण सड़क, सीवरेज और बड़े-बड़े स्मारकों, मंदिरों के जीर्णोद्धार, सुंदरीकरण व श्री राम की मूर्ति लगाए जाने का निर्णय रहा है। और भविष्य में शिक्षा मंत्री के नाते भगवान से यही प्रार्थना करने आया हूं कि भगवान यहां जल्दी श्री राम विश्वविद्यालय की स्थापना भी हो इसके लिए निजी क्षेत्र में कई लोगों को आमंत्रित भी किया है।
और एक बड़ा श्री राम के साहित्य, रामायण व अन्य धर्म ग्रंथों पर जितने शब्दों में भाषाओं में जो रामायण लिखी गई उनमें शोध का अध्ययन केंद्र बने जिसको लेकर कई लोगों ने प्रस्ताव भी दिए हैं जल्द ही हम निजी विश्वविद्यालय के क्षेत्र में श्री राम विश्वविद्यालय की स्थापना कल्पना को साकार कर सकें यह भगवान से प्रार्थना है। और कहा कि हम चाहते हैं कि इस धर्म की नगरी में धर्म शास्त्रों का भी अध्ययन हो और जो धार्मिक उत्सव हैं जैसा हम लोग दीपोत्सव बनाते हैं तो लगता है भगवान श्रीराम साक्षात पुष्पक विमान से आज यहां उतर कर आए हैं और जब सरयू तट पर दीपों का प्रज्वलन होता है।
तो लगता है कि समय भी अयोध्या आहलादित रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जो परिकल्पना रही धार्मिक स्थानों के प्रति आज बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर मैं इतना चौड़ा हुआ है कि हम लोग वहां पहुंच कर भगवान विश्वनाथ का दर्शन कर सकते हैं उसी तरह जब रामलला का विशाल मंदिर का निर्माण हो चुका होगा तो दुनिया का आकर्षण का केंद्र बनेगा आज बरसाना में भी आज वृंदावन में भी मथुरा में भी रंगोत्सव की गूंज उठा रही है यह भी आदित्यनाथ जी के मुख्यमंत्री काल का सपना पूरा हुआ है मैं कह सकता हूं कि भगवान से कामना है कि हमारा उत्तर प्रदेश समृद्ध साली व खुशहाल बने और ऐसे लोगों को सद्बुद्धि दें जो धर्म के प्रति अनआस्था रखते हुए आलोचना के भाव आते हैं। और मंदिर निर्माण की परिकल्पनाओ में भी बाधा बनने का कार्य करते हैं।