लखनऊ (जनमत):- नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों के हो रहे आंदोलन में अपना भविष्य संवारने के लिए सड़क पर उतरी समाजवादी पार्टी का संघर्ष दूसरे भी दिन यानि 8 दिसम्बर को जारी रहा। इससे पहले सपा मुखिया अखिलेश यादव ने खुद इस मुद्दे पर किसानों के आंदोलन और भारत बंद का समर्थन करते हुए सोमवार को लखनऊ में धरना दिया था। काफी देर तक चले प्रदर्शन के बाद पुलिस ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया था हालांकि बाद में उन्हें रिहा भी कर दिया गया। मंगलवार को किसान संगठनों का भारत बंद का आवाहन था।
किसानों के भारत बंद का कई राजनीतिक पार्टियों ने समर्थन किया है। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के कई एमलसी हाथों में तख्तियां लेकर विधानभवन में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठ गए। सपा एमएलसी का किसानों के समर्थन में यह मौन धरना था।
सड़क पर है देश का किसान, अब तो शर्म करो सरकार। जब चली नहीं सामंतशाही, कॉरपोरेट शाही नहीं चलेगी और कॉरपोरेट शाही मुर्दाबाद जैसे नारों से लिखी तख्तियों के जरिये सपा एमएलसी किसानों के समर्थन में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। विधानभवन में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के नीचे प्रदर्शनकारियों में एमएलसी राजपाल कश्यप, अनुराग भदौरिया, सुनील सिंह साजन और आशु मालिक समेत कई अन्य लोग शामिल रहे।