फतेहपुर (जनमत):- उत्तर प्रदेश के जिले फतेहपुर में डीजल-पेट्रोल की कीमतों में बढ़ोत्तरी के खिलाफ सपा कार्यकर्ताओं ने शनिवार को प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबोधित सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपते हुए मूल्यवृद्धि को वापस लेने की मांग की।जिलाध्यक्ष विपिन यादव ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया कि जब अन्तरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के मूल्य सबसे निचले स्तर पर हैं तो देश में मोदी सरकार जनता पर पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार बढ़ाकर अनावश्यक बोझ क्यों डाल रही है।
उन्होंने कहा कि प्रवासियों को बेरोजगार करके उन्हें भूखों मरने के लिए गांव में लाकर छोड़ दिया गया है, जिससे परेशान व हताश प्रवासी आत्महत्याएं करने को मजबूर हो रहे हैं।उन्होंने प्रदेश की योगी सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि धान की रोपाई का समय है लेकिन नहरों में पानी नहीं दिया जा रहा है। वहीं अघोषित विद्युत कटौती भी किसानों को खेतों की सिंचाई में दिक्कत खड़ी हो रही है। सरकारी क्रय केन्द्रों मे गेहूं की बिक्री के बाद भुगतान न होने से किसान न खाद खरीद पा रहा है और न बीज ही खरीद पा रहा है।
किसान की हालत भाजपा सरकार में बद से बदतर होती जा रही है, जिससे किसान की भी आर्थिक रूप से कमर टूटती जा रही है। प्रदेश सरकार तानाशाही रवैया अपना रही है। उन्होंने कहा कि डीजल-पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि को लेकर लखनऊ में सपा के विरोध प्रदर्शन पर कार्यकर्ताओं के ऊपर लाठीचार्ज करवाना प्रदेश सरकार के कुशासन व हताशा को दर्शाता है।
Posted By:- Bhim Sankar